भिवानी, 21 जुलाई (हप्र)
भिवानी में हुई भारी बारिश ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। 24 घंटों के दौरान लगभग 130 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जो कि शहर के लिए एक रिकार्ड है। वर्ष 1995 के बाद एक दिन हुई 130 मिलीमीटर बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। कई जगह बिजली आपूति ठप्प होन से पानी की निकासी भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
कल बाद दोपहर हुई भारी बारिश का पानी अभी शहर से निकला नहीं नहीं था कि देर रात झमाझम बारिश की झड़ी लग गई। बरसात का पानी लोगों के घरों व दुकानों में घुस गया जिससे कइयों का भारी नुकसान हुआ है। शहर की दो दर्जन कालोनियों व बिजला बाजार में भी पानी जमा हो गया। जिस कारण जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कई स्कूलों में पानी भरने से छुट्टी भी करनी पड़ी। यूं भी आज तड़के तेज बारिश के चलते स्कूलों में बच्चों की हाजिरी भी न के बराबर थी। बरसात के कारण रोहतक गेट, विकास नगर, एम कालोनी, जैन चौक, बिचला बाजार, तेलीवाड़ा, दिनोद गेट, कन्हीराम अस्पताल, जालान चौक, रविदास मंदिर, दादरी गेट आदि इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। जन स्वास्थ्य विभाग ने पानी निकासी के इंतजाम के दावे भी कई इलाकों में ध्वस्त होते दिखाई दिये। विकास नगर में स्थित जल निकास केंद्र में देर रात बिजली गुल हो गई। साथ ही यहां जनरेटर सैट भी फेल हो गये। लोगों के गुस्से को भांपते हुए बिजली विभाग ने दोपहर 11 बजे तक बिजली तो दुरुस्त कर दी, लेकिन तब तक आधा दर्जन कालोनियों में दो-दो फुट तक पानी जमा हो गया। आज जिस कदर शहर में पानी का भयावह मंजर देखने को मिला उससे शहर में 1995 में आई बाढ़ के दृश्य ताजा हो गए।
जन स्वास्थ्य विभाग के आधे अधूरे जल निकासी के इंतजामों को लेकर भी लोगों में भारी रोष है। वर्षा के चलते शहर में कई जगह सड़कों पर भी गड्ढे पड़ गए है जिससे दुर्घनाओं का खतरा बढ़ गया है।