नारनौल, 3 फरवरी (निस)
जिले में गोबर गैस प्लांट स्थापित करने के लिए गांव अटेली को विभाग द्वारा आदर्श गांव के तौर पर चयनित किया गया है। इस गांव में अभी तक 5 किसानों ने गोबर गैस प्लांट लगवा लिए हैं तथा सभी को अनुदान राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। यह जानकारी सहायक कृषि अभियन्ता डीएस यादव ने दी। उन्होंने बताया कि गोबर गैस प्लांट किसानों के लिए वरदान से कम नहीं है। विभाग गोबर गैस प्लांट पर किसानों को 12 हजार रुपए की सब्सिडी भी प्रदान कर रहा है। यदि किसान प्लांट को शौचालय से जुड़वा लेता है तो 1200 रुपए अतिरिक्त अनुदान मिलता है। उन्होंने किसानों से कहा है कि इस योजना का लाभ उठाएं।
कुकिंग गैस मिलती है फ्री : गोबर गैस प्लांट लगाने वाले महेन्द्र ने बताया कि उनके घर साल में 9-10 सिलेंडर की सालाना खपत थी। इससे साल का करीब दस हजार का खर्च और गैस सिलेंडर लाने का अलग झंझट रहता था। जबकि प्लांट लगने के बाद उनकी रसोई का सारा काम गोबर गैस प्लांट से मिलने वाली गैस से हो जाता है।
मिलती है उम्दा खाद: महेन्द्र ने बताया कि गोबर गैस बनने के बाद जो गोबर बाहर निकलता है वह लाजवाब है। इसकी गुणवत्ता बेमिसाल है क्योंकि यह पूरी तरह गला होता है। सबसे खास यह है कि जहां ये खाद डालते हैं उस जमीन में खरपतवार नहीं उगते इसलिए फसल ज्यादा होती है।