फरीदाबाद, 14 जुलाई (हप्र)
बिना काम के 200 करोड़ रुपये के भुगतान के मामले में आडिट शाखा के 10 अधिकारी और कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। तीन राजपत्रित अधिकारियों में से एक आडिट विभाग के संयुक्त निदेशक हैं। अन्य दो राजपत्रित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी है, जो वर्ष 2017 से 2019 तक यहां रेजिडेंट सीनियर आडिटर के पद पर नियुक्त थे।
जिन नौ लोकल आडिटर के खिलाफ कार्रवाई की गई है, इनमें से आठ नगर निगम में आॅडिटर थे और एक रेजिडेंट सीनियर आडिटर गुरुग्राम में कार्यरत थे। इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में मुख्य अभियंता डीआर भास्कर, रमन शर्मा और जेई दीपक को भी पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
रेवाड़ी नप, मीरपुर विवि के ऑडिटर निलंबित
रेवाड़ी (हप्र): फरीदाबाद नगर निगम में घोटाले की आंच रेवाड़ी तक पहुंच गई है। रेवाड़ी नगर परिषद व इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर में ऑडिटर को घोटाले के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया है। इस मामले में अब तक सरकार ने एक सीनियर ऑडिटर सहित कुल 9 ऑडिटर को निलंबित किया है। इन ऑडिटरों में नगर परिषद रेवाड़ी से सुनील कुमार व इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के आकाश लाल भी शामिल थे।