चरखी दादरी, 26 जून (निस)
वार्डों के विकास में भेदभाव और दादरी नगर परिषद कार्यालय में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सोमवार को नगर पार्षदों ने हाउस मीटिंग में जमकर हंगामा किया। पार्षदों ने रोष प्रदर्शन करते हुए मीटिंग का बहिष्कार किया और नप चेयरमैन कार्यालय के समक्ष 21 पार्षदों में से 12 नगर पार्षदों ने मुंडन करते हुए अनोखा विरोध जताया। मुंडन व विरोध करने वालों में तीन पार्षद भाजपा समर्थक भी शामिल हैं। साथ ही पार्षदों ने आरोप लगाया कि पार्षदों के कार्यकाल को एक साल बीत चुका है, लेकिन इस समय अवधि में ज्यादातर वार्डों में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगी है। वहीं नप चेयरमैन बक्शी सैनी ने इसे राजनीतिक स्टंट बताते हुए उन पर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया। चरखी दादरी नगर परिषद में पार्षदों ने ऐसा कदम पहली बार उठाया है और इसकी चर्चा पूरे शहर में है।
दरअसल, शहरी विकास को लेकर सोमवार को नगर परिषद कार्यालय में चेयरमैन बक्शी सैनी की अध्यक्षता में बैठक हुई। पहले बैठक में पार्षद नवीन प्रजापत और उप-प्रधान संदीप फौगाट आपस में भिड़ गए और फिर अन्य पार्षदों ने भी विकास कार्यों में भेदभाव के आरोप लगाते हुए जमकर हंगमा किया। इसी बीच नगर पार्षदों ने मीटिंग का बहिष्कार करते हुए अनूठे ढंग से मुंडन करवाकर अपना विरोध जताया। नगर पार्षदों का कहना है कि पार्षदों के कार्यकाल को एक साल बीत चुका है, लेकिन इस समय अवधि में ज्यादातर वार्डों में विकास के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगी है। पार्षद विनोद सिंहमार व नवीन प्रजापत ने कहा कि गत दिनों नगर परिषद की ओर से 25 लाख के काम करवाए गए, लेकिन ये काम प्रधान समर्थक पार्षदों के वार्डों में ही हुए। नगर परिषद कार्यालय में वार्ड-एक से पार्षद जयसिंह लांबा, वार्ड दो से पार्षद प्रतिनिधि नरेंद्र दहिया, वार्ड तीन से पार्षद प्रतिनिधि जीतू, वार्ड आठ से पार्षद नवीन प्रजापत, वार्ड-9 से पार्षद विनोद सिंहमार, वार्ड-14 से पार्षद सतबीर चौहान, वार्ड-17 से पार्षद सुधीर स्वामी, वार्ड-19 से पार्षद अजय, वार्ड-20 से पार्षद प्रतिनिधि वीरेंद्र चरखी, व वार्ड-21 से पार्षद प्रतिनिधि सत्यवान पहल ने मुंडन करवाया। वार्ड-6 से पार्षद नवीन बिंदल ने पारिवारिक कारण से मुंडन तो नहीं कराया, लेकिन पार्षदों के आरोपों का समर्थन किया।
लगाए आरोप बेबुनियाद : सैनी
नगर परिषद के प्रधान बक्शीराम सैनी ने इसे राजनीतिक स्टंट बताते हुए उन पर लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया है। कहा कि पार्षद की शहरी विकास में रोड़ा अटका रहे हैं। बैठक के अलावा ये पार्षद कभी नगर परिषद कार्यालय में नजर नहीं आते। मुझ पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।