यमुना में आया उफान, पानी में फंसे 100 मवेशी निकाले
जिले यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है। इसका असर जिले के तटीय गांवों में साफ दिखाई देने लगा है। मंगलवार सुबह गांव गढ़ मिरकपुर से बड़ी खबर आई, जहां पानी के तेज बहाव में 100 से ज्यादा मवेशी फंस गए। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कई घंटों की मशक्कत के बाद सभी मवेशियों को सुरक्षित निकाल लिया गया और पास के ऊंचे स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
यमुना किनारे बसे गांव गढ़ मिरकपुर के लोग सुबह से ही घबराए हुए थे क्योंकि अचानक पानी बढऩे से मवेशी बीच में फंस गए। सूचना उपायुक्त कार्यालय में दी गई तो प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंचीं। ग्रामीणों ने भी हिम्मत दिखाई और रस्सियों व नाव की मदद से मवेशियों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाला। ग्रामीणों का कहना था कि अगर प्रशासन समय रहते मदद न करता तो भारी नुकसान हो सकता था।
इससे पहले सोमवार को छोड़ा गया साढ़े 3 लाख क्यूसेक पानी मंगलवार को जिले की सीमा में प्रवेश कर गया। वहीं, मंगलवार को हथिनीकुंड से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया जो बुधवार को दोपहर तक पहुंचेगा। फिलहाल यमुना खतरे के निशान के पास बह रही है।
इसी तरह गांव गढ़ी असदपुर में करीब 40 परिवार यमुना के बीच खेतों में रह रहे थे। ये लोग खेती-बाड़ी के लिए वहीं डेरा डाले हुए थे। अचानक पानी का स्तर बढऩे से इनके घरों तक खतरा पहुंच गया। जानकारी मिलते ही एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, बीडीपीओ अंकुंर कुमार और पूरी प्रशासनिक टीम वहां पहुंची। सभी परिवारों को तुरंत रेस्क्यू कर गांव असदपुर में सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया।
डीसी सुशील सारवान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तटीय गांवों में पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं और पशुधन की सुरक्षा के लिए सभी इंतजाम सुचारू रखे जाएं। उन्होंने बताया कि अभी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पास है और यदि बारिश जारी रही तो इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। इसके बावजूद प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है।
डीसी सुशील सारवान ने किया तटीय गांवों का दौरा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीसी सुशील सारवान ने बारिश में ही मंगलवार को यमुना तट के कई गांवों का दौरा किया। उन्होंने पबसरा, मनौली, टोंकी और आसपास के इलाकों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बातचीत की। डीसी ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, जिला प्रशासन हर वक्त आपके साथ खड़ा है।