गुरुग्राम में बनेगा विश्व का पहला स्वर्ण जगन्नाथ मंदिर
गुरुग्राम, 3 नवंबर (हप्र)
विश्व का पहला स्वर्ण जगन्नाथ मंदिर मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में बनेगा। इस पर 121 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसे बनने में 5 साल का समय लगेगा। शुक्रवार को सेक्टर-15 पार्ट-2 में मंदिर को शिलान्यास किया गया। यह मंदिर युवाओं में सनातन सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को फैलाने के प्रति श्री श्री जगन्नाथ सेवा संघ की समर्पण भावना का प्रतीक है।
मंदिर के शिलान्यास समारोह में भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय संगठन सचिव और आरएसएस प्रचारक सुरेश जैन ने कहा कि यह दिव्य पहल सिर्फ पत्थर और सोने का निर्माण नहीं है, बल्कि सनातन मूल्यों और भारतीय नैतिकता की पोषण स्थली भी है। मंदिर के निर्माण में पीके सामल और एपी मलिक योगदान दे रहे हैं। समारोह में सांसद प्रताप चंद्र सारंगी, दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पानी, निवर्तमान मेयर मधु आजाद, धर्मेंद्र सिंह, ओडिशा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती, प्रिंसिपल कमिशनर ऑफ आईटी, दिल्ली प्रफुल्ल कुमार प्रस्ती, बीकानेरवाला के संस्थापक नवरतन अग्रवाल, दिवंगत प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते वैभव शास्त्री मौजूद रहे। श्री जगन्नाथ सेवा संघ जगन्नाथ मंदिर के निदेशक पीके सामल ने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया और कहा कि स्वर्ण जगन्नाथ मंदिर हमारी भक्ति और सांस्कृतिक शान का प्रतीक बनने जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। जगन्नाथ मंदिर उड़ीसा का प्राण है और इस जगत के नेता है जगन्नाथ। हर जगह, हर दिशा में लोग जगनाथ के साथ हैं। मंदिर के अध्यक्ष एपी मलिक ने बताया कि 121 करोड़ रुपये की लागत और 5 साल के समय के साथ यह मंदिर भक्ति और वास्तुकला का उत्कृष्ट स्तंभ होगा। मंदिर के सचिव प्रभाकर सामल ने हरियाणा सरकार के मंदिर निर्माण की स्वीकृति को उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम दर्शन विचार के साथ मेल कराने पर प्रकाश डाला। विश्व के पहले पत्थर और सोने के मंदिर के वादे के साथ स्वर्ण जगन्नाथ मंदिर आने वाले वर्षों के लिए एक महत्वपूर्ण स्मारक बनने के लिए तैयार है।