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नरसिंहपुर में हाईवे किनारे ‘ मौत का कुआं ’ : प्रशासन की लापरवाही उजागर

नरसिंहपुर में हाईवे किनारे ‘ मौत का कुआं ’ साबित हो रहा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने नेशनल हाईवे-48 किनारे नरसिंहपुर गांव के पास बनी सर्विस लेन की खस्ता हालत और प्रशासनिक उदासीनता पर गंभीर...

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नरसिंहपुर में हाईवे किनारे ‘ मौत का कुआं ’ साबित हो रहा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने नेशनल हाईवे-48 किनारे नरसिंहपुर गांव के पास बनी सर्विस लेन की खस्ता हालत और प्रशासनिक उदासीनता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बरसाती पानी की निकासी के समाधान के लिए खोदा गया गहरा गड्ढा अब ‘मौत का कुआं’ बन गया है।

बरसात खत्म हो चुकी है, लेकिन यह खतरनाक गड्ढा ज्यों का त्यों खुला पड़ा है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। सर्दी के मौसम में धुंध की वजह से इसकी भयावहता और बढ़ने की आशंका है।

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सीएम के आदेश के बावजूद मौत का कुआं साबित हो रहा बरसाती नाला : डावर

डावर ने बताया कि बरसाती पानी की निकासी के लिए वर्षों से प्रोजेक्ट आगे बढ़ाए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस काम दिखाई नहीं देता। लाखों–करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी है। नरसिंहपुर के पास सर्विस लेन पर बरसाती पानी की समस्या को लेकर मंत्री और मुख्यमंत्री तक निर्देश दे चुके हैं, फिर भी समाधान नहीं किया गया। गड्ढा खोदकर सर्विस लेन को लंबे समय तक बंद रखा गया, लेकिन न तो जलनिकासी की व्यवस्था बनी और न ही खुदे हुए गड्ढे को दुरुस्त किया गया।

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उन्होंने कहा कि अब यह स्थिति पूरी तरह दुर्घटनाओं को न्योता दे रही है। सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं; गहरे गड्ढे पर न बैरिकेडिंग है, न चेतावनी बोर्ड। धुंध की स्थिति में यह गड्ढा बिल्कुल दिखाई नहीं देता, जिससे वाहन इसमें गिर सकते हैं। यहां से बच्चों सहित स्थानीय लोग भी गुजरते हैं, जो और अधिक जोखिम में हैं।

सुरक्षा समिति की बैठकों पर उठाये सवाल

पंकज डावर ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठकों पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि बैठकों में सिर्फ बातें होती हैं, लेकिन उनके क्रियान्वयन की कभी समीक्षा नहीं की जाती। यदि पिछली बैठकों के निर्देशों की अगली बैठक में रिपोर्ट ली जाए तो स्पष्ट होगा कि कोई काम हुआ ही नहीं।

उन्होंने जिला उपायुक्त से मांग की है कि वे स्वयं इफको चौक से टोल प्लाज़ा तक दोनों तरफ सर्विस लेन की स्थिति का निरीक्षण करें। सर्विस लेन के किनारे लगी लोहे की ग्रिलें टूट चुकी हैं, नाले की सफाई महीनों से नहीं हुई है, जिससे जोखिम और बढ़ गया है। डावर ने कहा कि प्रशासन हादसे का इंतजार न करे, बल्कि तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई करे।

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