युग पुरुष को जन्म देने वाली नरेंद्र मोदी की माता का अपमान नहीं सहेंगे : श्रीनिवास शर्मा
वीर सावरकर विचार मंच की एक विशेष बैठक सोमवार को संस्थापक व सनातन धर्मी श्रीनिवास शर्मा शास्त्री की अध्यक्षता में मंच कार्यालय में बुलाई गई, जिसमें बिहार में कांग्रेस व राजद की चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उनकी स्वर्गीय माता के लिए प्रयोग किये गए शर्मनाक नारों पर कड़ी आपत्ति जताई गई और निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
श्रीनिवास शर्मा शास्त्री ने कहा कि हमारे धर्म ग्रंथों में माता को देवता माना गया है। लंका विजय के बाद श्रीराम ने कहा था कि जन्म देने वाली माता व जन्मभूमि भारत माता स्वर्ग से भी उच्च स्थान रखती है। उन्होंने माता की महिमा का बखान करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने माता देवकी की रक्षा के लिए मामा कंस का वध किया। भगवान परशुराम ने माता रेणुका के लिए अधर्मियों पर फरसा चलाया। मात्र 23 वर्ष की आयु में रानी लक्ष्मी बाई अपने पुत्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए अंग्रेजों से भिड़ गई। शास्त्री ने कहा कि सनातन संस्कार कहते हैं कि- ऐ मां तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत क्या होगी। लेकिन युग पुरुष को जन्म देने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्व. माता हीराबेन को लेकर कांग्रेसियों ने जिस तरह अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है, उससे पूरा नारी जगत आहत है। ये वे लोग हैं, जो माता का महत्व नहीं जानते है। उन्होंने कहा कि हीराबेन देश के लिए राष्ट्र माता समान है। उनके खिलाफ अपशब्दों को कतई सहन नहीं किया जाएगा। बिहार की जनता व महिलाएं ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी हैं।
इस मौके पर सुरेश जाजोरिया, ऋषि सिंगल, श्रीभगवान यादव, प्रमोद शर्मा, शिव कुमार, महीपाल यादव, अनिल कुमार, सुंदरलाल, सतीश गुगनानी, राममेहर यादव आदि मौजूद थे।