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मानसून में मिलकर करेंगे जलभराव का काम तमाम

एनएचएआई अध्यक्ष, जीएमडीए के सीईओ की बैठक
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गुरुग्राम, 18 जून (हप्र)

द्वारका स्थित एनएचएआई मुख्यालय में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने बुधवार को गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा के साथ बैठक की, जिसमें मानसून में बाढ़ की रोकथाम के लिए दोनों प्राधिकरण के संयुक्त समन्वय की आवश्यकता पर चर्चा की गई। बैठक में जीएमडीए और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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बैठक के दौरान मानसून के मौसम की शुरुआत के साथ ही शहर के प्रमुख हॉटस्पॉट पर बाढ़ नियंत्रण उपायों को तेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

जीएमडीए अधिकारी ने बताया कि नरसिंहपुर में जलभराव की समस्या को हल करने के लिए नरसिंहपुर से बारिश के पानी को लेग 3 बादशाहपुर नाले की ओर ले जाने के लिए एक कच्चा नाला बनाया गया है। एनएचएआई की टीम ने कहा कि वे जीएमडीए द्वारा बनाए गए अस्थायी नाले के माध्यम से बारिश के पानी की त्वरित निकासी की सुविधा के लिए नरसिंहपुर की तीन पुलियों की सफाई को प्राथमिकता के आधार पर करेंगे। इसके अलावा, बैठक में एनएचएआई के अंतर्गत आने वाले प्रमुख स्थानों को चिन्हित किया गया, जहां जलभराव की संभावना रहती है। इनमें इफ्को चौक, मेदांता अंडरपास, राजीव चौक और हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक तक तथा अन्य स्थान शामिल हैं।

एनएचएआई की टीम को इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्थित सभी सतही नालों की सफाई करने के लिए कहा गया, ताकि भारी बारिश के दौरान बाढ़ जैसी स्थिति को रोका जा सके।

इसके अलावा, जीएमडीए एनएचएआई को बाढ़ से निपटने के सभी उपायों में सहायता करेगा और टीमें संयुक्त रूप से इन स्थानों पर नालों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई में तेजी लाएगी।

ट्रैफिक, भीड़ के मुद्दों पर भी विचार विमर्श

राजीव चौक और शंकर चौक जैसे प्रमुख जंक्शनों पर अत्यधिक यातायात और भीड़भाड़ के मुद्दे पर भी एनएचएआई के अध्यक्ष और जीएमडीए के सीईओ ने अपनी चर्चा के दौरान विचार-विमर्श किया। यह कहा गया कि एनएचएआई इन दो जंक्शनों के साथ-साथ एंबियंस मॉल के साथ सर्विस रोड के लिए एक व्यवहार्यता अध्ययन करेगा, ताकि नए या वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए जा सकें, अतिरिक्त बुनियादी ढांचे का विकास किया जा सके और इन चौराहों पर यातायात की सुचारू आवाजाही और सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आवश्यक अन्य ऐसे सुधारात्मक कार्य बिंदुओं का निर्धारण किया जा सके।दोनों विभागों की संबंधित टीमों को नियमित रूप से एक-दूसरे के साथ समन्वय करने तथा निवासियों के लिए सुरक्षित मानसून सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए संयुक्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए।

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