जलभराव से दरक रहे मकान, सरकार अनजान
पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने बवानीखेड़ा के बड़ा गौरवा इलाके का किया दौरा, कहा
पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने मंगलवार को बवानीखेड़ा के बड़ा गौरवा इलाके का दौरा किया। इस दौरान उन मकानों का भी जायजा लिया, जिनकी दीवारों में पिछले दिनों आई बारिश और जलभराव से दरारें आ गईं थी। उन्होंने ऐसे मकानों के पीड़ितों से भी बातचीत की। पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी ने कहा कि जलभराव से कई मकान दरकने शुरू हो गए हैं। किसी-किसी गांव में सौ से ज्यादा मकानों में दरारें आ गई हैं, जो कभी भी बड़े हादसे को जन्म दे सकती हैं। बवानीखेड़ा में सैकड़ों ऐसे मकान हैं, जो रहने के लायक ही नहीं है। वे कभी भी भरभराकर गिर सकते हैं। हैरानी की बात यह है कि इतना नुकसान होने के बावजूद भी सरकार ने अनजान है और अभी तक किसानों को उनके क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए मुआवजा या राहत राशि नहीं दी है। इस अवसर पर लोगों ने भी सीपीएस रामकिशन फौजी को बताया कि उन्होंने क्षतिग्रस्त मकान की नगरपालिका में शिकायत की है, लेकिन हमें कहा गया कि आपका मकान तो लाल डोरे से बाहर है। पीड़तों ने कहा कि उनसे हर साल प्रॉपर्टी टैक्स लिया जा रहा है। उसके बाद भी मकानों को लाल डोरे से बाहर बताकर मुआवजा राशि से इनकार किया गया है। लोगों ने बताया कि बवानीखेड़ा में इस तरह के सैकड़ों मकान हैं, जो प्रॉपर्टी टैक्स भर रहे हैं और उनको लाल डोरे से बताकर उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई है। रामकिशन फौजी ने कहा कि सरकार को इस तरह के पीड़ितों को राहत दी जानी चाहिए थी, लेकिन उनकी तो शिकायत ही दर्ज नहीं की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि भाजपा सरकार लोगों को मकानों की मरम्मत के लिए 5 लाख रुपए देकर राहत प्रदान करे। किसान, मजदूर, गरीब के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। भाजपा सरकार व प्रशासन फोटो तक सीमित है लेकिन पानी की निकासी का कोई समाधान नहीं है, खेतों में 3 फीट तक पानी खड़ा है, अगली फसल के लिए किसान असमंजस में हैं।