सर्वजातीय सर्वखाप पंचायत महासम्मेलन में हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उतर प्रदेश व अन्य प्रदेशों से आए लोगों ने समाज में फैल रही कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने का संकल्प लिया। महासम्मेलन में लिव-इन रिलेशन व अन्य सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने, समगोत्र गांव व गुहांड में शादी न करने, मां-बाप की सहमति के बिना और अगर मां-बाप न हों तो नजदीकी रिश्तेदार जैसे चाचा, ताऊ, मामा, फूफा होने पर उनकी सहमति के बिना कोर्ट मैरिज व साधारण शादी को मान्यता न देने, समलैंगिक विवाह जैसी बुराई को समाप्त करने व समाज को नशा मुक्त करने के लिए जागरूक करने, सामाजिक, पारिवारिक समरसता स्वदेशी दृढ़ता आत्मनिर्भर ग्रामीण भारत का निर्माण का निर्णय लिया गया।
रेलवे रोड स्थित एक निजी बैंक्वेट हाल में आयोजित महासम्मेलन की शुरुआत पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुई, जिसके बाद पंचायत में उपस्थित वरिष्ठ नेताओं, खाप प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समस्याओं पर खुलकर विचार रखे। अध्यक्षता लववंशीय लौर खत्री खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र खत्री ने की।
लववंशीय लौर खत्री खाप के राष्ट्रीय महासचिव राजकुमार लौर ने कहा कि आज के आधुनिक युग में जहां शिक्षा और जागरूकता बढ़ रही है, वहीं कुछ ऐसी प्रवृत्तियां जन्म ले रही हैं, जो समाज की जड़ों को कमजोर करने का काम कर रही हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र खत्री ने कहा कि गोत्र विवाह हमारी परंपरा के विपरीत है और यह आने वाली पीढिय़ों के लिए गंभीर सामाजिक व जैविक समस्याओं का कारण बन सकता है। इसी तरह समलैंगिक विवाह भी हमारी संस्कृति और सामाजिक ढांचे पर गहरा आघात करता है। हमें इन कुरीतियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
महासम्मेलन को दयानंद सरस्वती महाराज, जगदीश लौर, रामस्वरूप नंबरदार, विजय खत्री, उतर प्रदेश से रविंद्र लौर, सैमन खाप प्रधान सूबे सिंह, कंडेला खाप प्रधान टेकराम, जयबीर गहलोत, मुस्लिम समाज से नवाब अली, उदवीर जगलान, मेहर सिंह आंतिल खाप, देशवाल से रामकुमार, जयभगवान रूहल, रणबीर आर्य, जाट महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव अनिल बैनीवाल व रामकिशन आदि ने संबोधित किया।