गांव हमायुंपुर निवासी बॉडी बिल्डर रोहित धनखड हत्याकांड में ग्रामीण व परिजन आईजी कार्यालय पहंुचे, लेकिन आईजी से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। ़ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था, समय अवधि खत्म होने के बाद भी एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने आईजी कार्यालय में मौजूद भिवानी व रोहतक के पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस इस मामले में ढिलाई बरत रही है और आलाधिकारी भी उनकी सुनवाई नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि रोहित को न्याय दिलवाने के लिए बड़ा आंदोलन
करना पडे़गा।
शुक्रवार को गांव हुमायूंपुर और बखेता पंचायत, सामाजिक प्रतिनिधि व रोहित धनखड़ के परिवार के सदस्य आईजी कार्यालय पहंुचे, लेकिन उनकी आईजी से मुलाकात नहीं हो पाई। ग्रामीणांे ने आईजी कार्यालय में मौजूद एएसपी वाईवीआर शशि शेखर व डीएसपी भिवानी से मुलाकात की। पंचायत ने साफ-साफ पूछा कि आईजी की ओर से दिए गए 48 घंटे की समय-सीमा में पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें सिर्फ यह जानकारी दी गई कि हत्याकांड में प्रयुक्त दो गाड़ियों को बरामद कर लिया है, लेकिन हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पंचायत और परिवार के सदस्यों ने बताया कि न तो हत्या में नामजद किसी आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया और न ही अन्य आरोपियों की पहचान की है।

