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मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने की पंचायत

नारनौल, 30 मार्च (हप्र) पावर हाउस के लिए सरकार को दी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हाेने के कारण 20 साल से ग्राम पंचायत मुआवजे से वंचित है। जिससे नाराज गांव शोभापुर के ग्रामीणों ने रविवार को पंचायत कर सरकार के...
नारनौल में रविवार को गांव शोभापुर में पंचायती जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर नारेबाजी करते ग्रामीण। -हप्र
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नारनौल, 30 मार्च (हप्र)

पावर हाउस के लिए सरकार को दी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हाेने के कारण 20 साल से ग्राम पंचायत मुआवजे से वंचित है। जिससे नाराज गांव शोभापुर के ग्रामीणों ने रविवार को पंचायत कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने पावर हाउस पर दो लाइनमैन नियुक्ति करने की मांग भी रखी।

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पंचायत में ग्रामीण बिजेंद्र उर्फ बिल्लू पूर्व सरपंच, सतबीर पंच, हरिसिंह, महेंद्र सिंह, राजेश, कैप्टन वीरेंद्र सिंह, गजराज, इंद्र सिंह, राव गजराज, ब्रह्मप्रकाश, सुरेश शर्मा, मोनू, वासुदेव, पंकज, अमीलाल, सूबेदार सूबे सिंह और बाबूलाल ने बताया कि वर्ष 2005 में 2 एकड़ जमीन बिजली निगम को 33 केवी पावर हाउस के लिए अपनी उपजाऊ, चाही और कीमती जमीन दी थी। जिसकी निगम की उदासीनता के कारण आज तक रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। आज भी राजस्व विभाग में यह जमीन पंचायत के नाम अंकित है। ग्रामीणों ने सरकार को आगाह करते हुए चेतावनी भी दी है कि यदि उन्हें उक्त जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे, क्योंकि विभाग के कर्मचारी जानबूझ कर तंग करने के लिए आसपास के गांवों में छापामारी के नाम पर परेशान करते हैं, जबकि सब स्टेशन पर सुचारू काम करने के लिए विभाग के पास कर्मचारी नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि उक्त जमीन का उचित मुआवजा, छापेमारी के नाम पर नाहक परेशान करना बंद किया जाना चाहिए। निगम शोभापुर में दो लाइनमैनों की नियुक्ति नहीं करती है तो यहां पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा और इस जमीन पर विभाग के किसी कर्मचारियों को नहीं घुसने दिया जाएगा। इसे वापिस खेती की जमीन लायक बनाया जाएगा, ताकि पंचायत की आय हो सके। यदि ऐसा नहीं हुआ तो सरकार इसकी जिम्मेवार होगी, क्योंकि ग्रामीणों के अनेक बार अनुरोध पश्चात भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं करवाई है।

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