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ग्रामीणों ने ट्रैक्टर मार्च निकाल जताया समर्थन

कोरियावास मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद राव तुलाराम पर करने की मांग
कोरियावास मेडिकल काॅलेज का नाम शहीद राव तुलाराम करने की मांग को लेकर ट्रैक्टर मार्च निकालते खोड़मा गांव के ग्रामीण। -हप्र
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गांव खोड़मा के ग्रामीणों ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर गांव कोरियावास के मेडिकल कॉलेज के बाहर धरने पर बैठे लोगों का समर्थन किया। ट्रैक्टर मार्च में सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर व उनके साथ लोग मौजूद रहे। जिसमें खोड़मा गांव के सरपंच भी मौजूद थे। नामकरण को लेकर धरने पर बैठे लोगों ने भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी।

उल्लेखनीय है कि गांव कोरियावास में 725 करोड़ रुपए की लागत से 800 बैड का मेडिकल कॉलेज बना है। इस कॉलेज में 1 मई से ओपीडी सेवाएं सरकार ने शुरू कर दी थी। जिस समय ओपीडी सेवाएं शुरू हुई, उस समय मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन मेडिकल कॉलेज रखा गया। इसके नाम का बोर्ड 4 मई की रात को कॉलेज के मुख्य गेट पर लगाया गया। 5 मई को जब गांव कोरियावास के लोगों को इसका पता चला तो ग्रामीणों ने बोर्ड उखाड़ दिया। जिसके बाद से ही गांव कोरियावास के लोग इस मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद राव तुलाराम के नाम पर करने की मांग को लेकर कॉलेज के बाहर धरना दे रहे हैं। जिसका समर्थन स्वास्थ्य मंत्री आरती राव भी यहां आकर कर चुकी हैं, मगर सरकार फिर भी इसका नाम नहीं बदल रही है। जिले की 250 पंचायतें इस धरने का समर्थन कर चुकी हैं, वहीं अब गांवों से आम जन का समर्थन भी धरना संघर्ष समिति को मिलता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में आज नारनौल विधानसभा के गांव खोड़मा के लोगों ने सरपंच बहादुर सिंह के नेतृत्व में ट्रैक्टर मार्च कर संघर्ष समिति की मांगों का समर्थन किया।

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इस मौके पर संघर्ष समिति के विकास यादव, कोरियावास सरपंच प्रतिनिधि नौनिहाल सिंह, बहादुर सिंह सरपंच खोड़मा, महिपाल सरपंच डोहर खुर्द एवं खोड़मा से करण सिंह साहब, राजेंद्र प्रसाद, तेजप्रकाश, वेदप्रकाश व नवीन कुमार मौजूद रहे। धरने पर मौजूद लोगों ने मांगें नहीं मानने पर भूख हड़ताल की भी चेतावनी दी।

राव तुलाराम ने अंग्रेजों के खिलाफ किया था युद्धघोष

ट्रैक्टरों में सवार होकर धरना स्थल पर पहुंचे खोड़मा के लोगों ने संघर्ष समिति की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि राव तुलाराम ने 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल बजाया था। यहीं नारनौल के नसीबपुर मैदान में 5000 सैनिकों ने देश की आजादी के लिए प्राणों की आहुति दी थी। यह इलाका राव तुलाराम को भगवान की तरह पूजता है। इसलिए कॉलेज का नामकरण राव तुलाराम पर होना चाहिए।

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