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चिट फंड कंपनियों के पीड़ित निवेशकों की सरकार से पैसे वापस दिलाने की गुहार

कोई कदम नहीं उठाए जाने पर संसद के घेराव की चेतावनी
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भिवानी, 20 अप्रैल (हप्र)

विभिन्न चिटफंड कंपनियों के पीड़ित निवेशकों की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार (तपजप) संगठन के बैनर तले स्थानीय स्थानीय हूडा पार्क में हुई। इसमें बतौर मुख्य वक्ता तपजप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदनलाल आजाद व किसान व मजदूर नेता कामरेड ओमप्रकाश पहुंचे तथा बैठक को संबोधित किया।

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तपजप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदनलाल आजाद ने कहा कि सरकार पीड़ित निवेशकों की जमापूंजी उन्हें न लौटाकर उनके साथ भद्दा मजाक कर रही है। पिछले करीब 10 वर्षों से पीड़ित निवेशक अपनी जमापूंजी वापस मिलने की आस में सरकार से गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने एक मई को राष्ट्रव्यापी धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है।

इस मौके पर तपजप के प्रदेश प्रधान रामजस ने कहा कि पीड़ित निवेशकों की जमापूंजी वापस दिलवाने के लिए बड्स एक्ट-2019 के तहत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कार्यालय खोले गए थे। जिसके तहत 180 दिन में जमापूंजी वापस दिलवाए जाने का प्रावधान था, लेकिन करीब 15 माह से कार्यालय खुलने के बावजूद पीड़ित निवेशकों की जमापूंजी नहीं मिल पाई।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो सरकार 30 अप्रैल तक चिटफंड कंपनियों के निवेशकों की जमापूंजी लौटाए, नहीं तो एक मई को संसद का घेराव कर देशभर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि न्यायालय ने कंपनियों की प्रॉपर्टी जब्त कर भुगतान के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही। सरकार को चाहिए कि पूरी जांच-पड़ताल करके ही ऐसी कंपनियों को लाइसेंस दे।

उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि अपना कर्तव्य निभाते हुए आमजन की पूंजी उन्हें लौटाई जाए। वे चिटफंड कंपनियों के पीड़ित निवेशकों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। यदि सरकार ने पीड़ित निवेशकों की मांग पूरी नहीं की तो एक मई को होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन में वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।

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