कलानौर नगरपालिका में वाइस चेयरमैन चुनाव स्थगित, भाजपा में गहराया विवाद
कलानौर नगरपालिका में सोमवार को प्रस्तावित वाइस चेयरमैन का चुनाव आखिरी समय में स्थगित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी को अपने ही पार्षदों का समर्थन नहीं मिल पाया, जिसके चलते यह फैसला लेना पड़ा।
रोहतक एसडीएम आशीष कुमार को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया था, लेकिन वे तय समय पर नहीं पहुंचे, जिससे चुनाव स्थगित करना पड़ा।
भाजपा जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका ने वार्ड-7 से पार्षद प्रियंका पुनियानी को पार्टी प्रत्याशी घोषित करते हुए बाकायदा पत्र जारी किया था। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 10 बजे रणबीर ढाका व रेनू डावला अपने समर्थकों के साथ नगरपालिका कार्यालय पहुंचे और प्रियंका के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
सूत्रों के मुताबिक पार्षद हरप्रीत सिंह पिंचू के समर्थन में करीब 10 पार्षद खड़े नजर आए। ऐसे में बहुमत न मिलने और किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए चुनाव रोकना ही बेहतर समझा गया। पार्षदों का कहना है कि वे भाजपा समर्थित हैं लेकिन नगरपालिका चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं लड़ा गया था। उस समय भी चेयरमैन और पार्षदों ने बिना चुनाव चिह्न के चुनाव जीता था।
ऐसे में अब जिलाध्यक्ष द्वारा सीधे लेटर जारी कर किसी एक नाम को थोपना गलत है। उनका कहना है कि पार्टी को नए सिरे से नाम तय करना होगा, तभी साख बच पाएगी।
चेयरमैन प्रतिनिधि राजू फौजी ने बताया कि नगरपालिका में 16 पार्षद व एक चेयरमैन है। ऐसे में उपप्रधान बनने के लिए 9 पार्षदों का समर्थन होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष द्वारा घोषित पार्षद के समर्थन मे बहुमत नहीं हुआ जबकि दूसरे भाजपा पार्षद के पक्ष में बहुमत बनने के आसार थे। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारी एसडीएम आशीष नहीं पहुंचे ऐसे में चुनाव को स्थगित कर दिया गया।
सहमति के बाद घोषित किया था उम्मीदवार : जिलाध्यक्ष
इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर ढाका ने कहा कि भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष की राय सहमति के बिना कोई फैसला नहीं लिया जाता। प्रदेशाध्यक्ष पंडित मोहन लाल कौशिक से विचार-विमर्श और पार्षदों व चेयरमैन से रायशुमारी के बाद वार्ड-7 से पार्षद प्रियंका पुनियानी को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारी के न पहुंचने के कारण चुनाव स्थगित हो गया। साथ ही उन्होंने माना कि पार्टी प्रत्याशी का कोरम पूरा नहीं हुआ।