वाल्मीकि समाज की बेटी का भात भरकर पेश किया अनूठा उदाहरण
गुरुग्राम, 27 अप्रैल (हप्र)
वाल्मीकि समाज की एक बेटी की शादी में भात भरकर एक सामाजिक संगठन ने समाज में अनूठा उदाहरण पेश किया है। संगठन के सदस्यों की हर कोई सराहना कर रहा है। बेटी के पिता व मामा के नहीं होने पर श्री अखंड रामायण पाठ एवं सुंदरकांड पाठ सेवा समिति फिरोजपुरझिरका ने उसकी शादी में भात भरने का निर्णय लिया। भात में समिति के ब्राह्मण, वैश्य व अन्य समुदाय के लोगों के शामिल होने की शहर व साथ लगते इलाकों में चर्चा हो रही है। सभी इस कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं।
फिरोजपुरझिरका के वाल्मीकि समाज के लक्ष्मण का गत वर्ष निधन हो गया था। उनकी बेटी तान्या की शादी तय हो गई थी। शादी का निमंत्रण पत्र छपवाने के लिए तान्या की मां नीलम देवी मेन बाजार स्थित प्रिंटिंग प्रेस पर पहुंची। इस दौरान जब प्रेस संचालक कुकी पंडित को पता चला कि नीलम का भाई व पति नहीं है। ऐसे में कन्या के भात भरने की समस्या है तो उन्होंने नीलम से हताश नहीं होने की बात कही।
कुकी पंडित अखंड रामायण पाठ एवं सुंदरकांड पाठ सेवा समिति फिरोजपुर झिरका के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने संस्था के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर वाल्मीकि समाज की कन्या का भात भरने का प्रस्ताव रखा। सभी की सहमति पर समिति के पदाधिकारी वाल्मीकि समाज की कन्या का भात भरने उसके घर पहुंचे। जहां समाज की महिलाओं ने उनका स्वागत किया। समिति ने कन्या के भात में नकदी, वर व वधु के कपड़े व अन्य जरूरत का सामान देकर समाजिक समरसता का परिचय दिया।
भात देने वालों में अखंड रामायण पाठ एवं सुंदरकांड पाठ सेवा समिति फिरोजपुर झिरका के आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री, ज्ञानचंद गोयल संरक्षक, रामलाल सैनी संरक्षक, शिवकुमार संचालक, कुकी पंडित प्रधान, मुरारी तिवारी प्रधान, मुकेश नागपाल उप प्रधान, राजेश सेक्रेटरी सचिव, सुशील पंडित कोषाध्यक्ष, डॉ. जयप्रकाश प्रचार सचिव, मनोहरी सैनी बिजली वाले, ओम प्रकाश गुप्ता बिजली वाले, नरेंद्र कौशिक, अंशुल सिंगला, गोलू पंडित आदि शामिल रहे।