नगर परिषद की बैठक में हंगामा, पार्षदों ने प्रॉपर्टी आईडी समेत कई मुद्दों पर उठाए सवाल
नगर परिषद की आम बैठक शुक्रवार सायं चेयरपर्सन कमलेश सैनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बैठक में प्रॉपर्टी आईडी, ‘अन-अप्रूव्ड’ कॉलोनियों और साफ-सफाई जैसे मुद्दे छाए रहे। पार्षद अधिकारियों की बातों से असहमत नजर आए और कई बार बैठक का माहौल गरमा गया। बैठक में पार्षदों ने प्रॉपर्टी आईडी और ‘अनअप्रूव्ड’ कालोनियों पर सवाल उठाए।
बैठक में आगामी वित्त वर्ष के लिए 56 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया। इसके साथ ही शहर के विकास कार्यों और लंबित परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई।
नगर परिषद के ईओ सुशील कुमार भुक्कल ने बैठक में प्रॉपर्टी आईडी की रिकवरी को लेकर पार्षदों से सहयोग मांगा। इस पर पार्षदों ने कड़ा विरोध जताया। उनका कहना था कि शहर की 90 प्रतिशत प्रॉपर्टी आईडी गलत हैं, जिससे लोगों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
एक पार्षद ने उदाहरण देते हुए कहा कि कई जगह 400 गज के मकान पर टैक्स 1000 गज का लगाया गया है। जब लोग सुधार करवाने जाते हैं तो उन्हें बार-बार टाल दिया जाता है। इस पर ईओ ने कहा कि मामले की सत्यापन के लिए टीम गठित की जाएगी, जो पार्षदों को साथ लेकर घर-घर जाकर जांच करेगी। बैठक के दौरान उपप्रधान संजय यादव ने शहर की अन-अप्रूव्ड कॉलोनियों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि एक ही गली में आधे मकान अप्रूव्ड हैं और आधे नहीं, यह स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए। अन्य पार्षदों ने भी इस पर सहमति जताई और नियमों में पारदर्शिता की मांग की।
वार्ड-15 के पार्षद देवेंद्र ने कहा कि उनके क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य रुका पड़ा है, जिससे जनता नाराज है और इसका दोष पार्षदों को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा,’काम ठप होने से हमारी छवि खराब हो रही है, जबकि गलती हमारी नहीं।’ बैठक में कई पार्षदों ने साफ-सफाई व्यवस्था में लापरवाही की शिकायत भी की।
