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गुड़गांव में बिन बुलाये मेहमान और निवासी परेशान

उम्मीदवारों ने सड़क पर अतिक्रमण कर बनाये चुनावी कार्यालय, प्रशासन ने बंद की आंखें
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गुरुग्राम के सेक्टर-13 स्थित राजीव नगर में फोरलेन सड़क पर ही भाजपा के मुकेश पंडित द्वारा बनाया गया चुनावी कार्यालय।
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दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू

गुरुग्राम, 25 सितंबर

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साइबर सिटी गुरुग्राम के उन इलाकों में लोगों की मुश्किलें इन दिनों बढ़ी हुई हैं, जहां इस जिले की चार सीटों से चुनाव लड़ने वाले नेताओं के चुनावी कार्यालय और कोठियां हैं। नेताओं के कार्यालयों व कोठियों पर जुटने वाली भीड़ की वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कुछ नेताओं ने चुनाव आयोग की हिदायतों की धज्जियां उड़ाते हुए मुख्य सड़क पर ही अपने चुनावी कार्यालय बना लिए हैं। इससे ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गई है।

रेलवे रोड पर कांग्रेस प्रत्याशी मोहित मदनलाल ग्रोवर का कार्यालय और बाहर खड़े वाहन।

गुरुग्राम के सेक्टर-17 और 17ए में रहने वाले लोगों की समस्याएं बढ़ाने का काम गुड़गांव हलके से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नवीन गोयल कर रहे हैं। डिफेंस काॅलोनी, सेक्टर-17ए के एंट्री गेट पर ग्रीन बेल्ट के तुरंत बाद ही काॅर्नर पर बनी उनकी कोठी के बाहर दिनभर गाड़ियां खड़ी रहती हैं। सुबह और शाम के समय तो लोगों का यहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। गाड़ियों को सड़क पर ही पार्क कर दिया जाता है, इससे जाम लगा रहता है। स्थानीय नागरिकों में इस बात को लेकर नाराजगी है। उनका कहना है कि इस संदर्भ में स्थानीय प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। चुनाव के चलते आम लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।

गुड़गांव से भाजपा उम्मीदवार मुकेश पंडित पहलवान ने अपना चुनावी कार्यालय राजीव नगर के माता रोड स्थित शिव मंदिर चौक के पास बनाया हुआ है। उनके कार्यालय ने फोर लेन सड़क की दो लेन घेरी हुई हैं।

सड़क पर ही टेंट भी लगा दिया है। इस वजह से यहां ट्रैफिक की समस्या बढ़ गई है। यह ऐसा एरिया है, जो पहले से ही तंग है। ऊपर से सड़क के बीचो-बीच चुनावी कार्यालय खोलने की वजह से लोग नाराज हैं। इसी एरिया के राकेश कुमार व दीपक ने कहा, सरकार से टकराने की हिम्मत कौन कर सकता है। ये सरकार के लोग हैं, ऐसे में सड़क पर टेंट लगाने के बाद भी कोई रोक-टोक नहीं हो रही। अगर गरीब व्यक्ति सड़क के किनारे पर भी फल-सब्जियों की रेहड़ी लगा ले या कोई ऑटो वाले कुछ देर के लिए खड़ा हो जाए तो पुलिस वाले डंडा लेकर पीछे पड़ जाते हैं। पुलिस द्वारा गरीब लोगों का चालान भी किया जाता है, लेकिन राजनेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। उलटा ऐसे लोगों की तो ड्यूटी पुलिस वाले करते हैं। वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार मोहित मदनलाल ग्रोवर ने अपना चुनावी कार्यालय ओल्ड गुरुग्राम में रेलवे रोड पर बनाया हुआ है। उनका कार्यालय भी मुख्य सड़क पर होने की वजह से सुबह-शाम के समय गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी इन जगहों से गुजरते हैं, लेकिन इस ओर उनका भी ध्यान नहीं जाता। बादशाहपुर से भाजपा उम्मीदवार राव नरबीर सिंह की सिविल लाइन्स एरिया स्थित कोठी पर भी सुबह के समय भीड़ के कारण लोगों को परेशानी होती है।

सेक्टर-17ए में निर्दलीय प्रत्याशी नवीन गोयल की कोठी के बाहर खड़ी गाड़ियां। सभी फोटो- ट्रिन्यू

नियमों का उल्लंघन

चुनावी कार्यालयों के लिए चुनाव आयोग की ओर से नियम एवं शर्तें तय की हुई हैं। निर्देशों में स्पष्ट है कि चुनावी कार्यालयों की वजह से आम लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन गुरुग्राम में इन नियमों का पूरी तरह से उल्लंघन हो रहा है।

रोक के बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग

चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत चुनाव लड़ने वाले नेता सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग नहीं लगा सकते। चुनाव आयोग इस तरह के प्रचार के लिए सभी प्रत्याशियों के लिए जगह तय करता है। गुरुग्राम में स्थिति यह है कि नेताओं द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर भी पोस्टर लगाए गये हैं। नियमों का उल्लंघन करने पर नगर निगम द्वारा ऐसे होर्डिंग व पोस्टर हटाए जा सकते हैं, लेकिन निगम भी आंखें बंद किए बैठा है।

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