Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

म्यांमार में बंधक बनाकर साइबर ठगी करवाने वाले गिरोह के दो सदस्य काबू

साइबर थाना पुलिस ने विदेश में अच्छी नौकरी का झांसा देकर युवाओं को म्यांमार ले जाकर बंधक बनाने और उनसे जबरन साइबर ठगी करवाने वाले गिरोह के दो सदस्यों जितेंद्र और विजेंद्र (निवासी बड़वा, भिवानी) को गिरफ्तार किया है। दोनों...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

साइबर थाना पुलिस ने विदेश में अच्छी नौकरी का झांसा देकर युवाओं को म्यांमार ले जाकर बंधक बनाने और उनसे जबरन साइबर ठगी करवाने वाले गिरोह के दो सदस्यों जितेंद्र और विजेंद्र (निवासी बड़वा, भिवानी) को गिरफ्तार किया है।

दोनों आरोपी युवाओं को सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर साइबर अपराध के जाल में फंसाने का काम करते थे। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया

Advertisement

गया है।

Advertisement

पीड़ित आकाश निवासी ढाणा ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसे थाईलैंड में 80,000 रुपये मासिक वेतन और कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी का लालच दिया था। मार्च, 2025 में उसे जयपुर से बैंकॉक भेजा गया, जहां से उसे धोखे से अवैध रास्तों द्वारा म्यांमार की सीमा पार कराकर केके पार्क स्थित कंपनी में पहुंचाया गया। म्यांमार पहुंचने पर पीडि़त का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया। उसे प्रतिदिन 15-18 घंटे काम करवाया जाता था और विभिन्न देशों के लोगों के साथ मिलकर क्रिप्टो स्कैम व साइबर ठगी करने के लिए मजबूर किया जाता था। विरोध करने पर उसे मारने की धमकी दी जाती, बुरी तरह प्रताडि़त किया जाता, तथा रिहाई के बदले 5 लाख रुपये या दो अन्य भारतीय युवाओं को फंसाने की मांग की जाती थी।

22 अक्तूबर, 2025 को वहां हुए रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आकाश किसी तरह भागने में सफल रहा। बाद में भारतीय दूतावास और सेना की मदद से उसे सुरक्षित भारत लौटाया गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।

महेंद्रगढ़ पुलिस ने युवाओं व अभिभावकों से अपील की है कि विदेश भेजने के नाम पर सोशल मीडिया पर किए जा रहे आकर्षक प्रस्तावों से सावधान रहें और पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही

निर्णय लें।

Advertisement
×