चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) हरियाणवी संस्कृति और लोक परंपरा का विराट संगम होगा। यहां 28 नवंबर से तीन दिवसीय हरियाणा उत्सव का आगाज होगा। विश्वविद्यालय परिसर इन तीन दिनों तक पूरी तरह हरियाणवी संस्कृति से ओत-प्रोत दिखाई देगा, जहां प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार अपनी कला का जादू बिखेरेंगे। यहां पर लोगों को हरियाणा की विरासत के दर्शन होंगे। सीआरएसयू में आयोजित प्रेस वार्ता में मंगलवार को कुलपति प्रो. रामपाल सैनी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार का हरियाणा उत्सव पहले की तुलना में कहीं अधिक व्यापक और भव्य स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। पूरे परिसर में पांच बड़े मंच बनाए जा रहे हैं, जहां रागिनी, एकल नृत्य, समूह नृत्य, हरियाणवी लोकगीत, पॉप सॉन्ग, हरियाणवी कविता पाठ , चित्रकला, निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता सहित कुल 25 विधाओं में धमाल मचाएंगे। कुलपति ने कहा कि यह उत्सव सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि हरियाणा की संस्कृति, लोकभाषा, परंपरा और मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण प्रयास है। उत्सव में प्रदेश की विरासत को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
+
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×

