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इस्कॉन मंदिर में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण महामहोत्सव शुरू, कलश यात्रा निकाली

इस्कॉन मंदिर में तीन दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा बृहस्पतिवार से शुरू हो गई। कथा के शुभारंभ पर 501 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। यात्रा मंदिर परिसर से शुरू हुई और वापस मंदिर में पहुंची। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन-पूजन किया...
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बहादुरगढ़ में बृहस्पतिवार को कलश यात्रा निकालती महिलाएं। -निस
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इस्कॉन मंदिर में तीन दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा बृहस्पतिवार से शुरू हो गई। कथा के शुभारंभ पर 501 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। यात्रा मंदिर परिसर से शुरू हुई और वापस मंदिर में पहुंची। इससे पूर्व कथा स्थल पर हवन-पूजन किया गया।

इस्कॉन मंदिर में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण कथा महामहोत्सव शुरू हो गई है। यह कार्यक्रम वीरवार से शुरू होकर तीन दिनों तक चलेगा। कथा भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित एक महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यक्रम है। कथा के दौरान भक्त भगवान कृष्ण की लीलाओं, उनके उपदेशों और भक्तों के साथ उनके संबंधों के बारे में सुनेंगे।

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कथा व्यास रुक्मणि कृष्ण प्रभुजी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ऐसी कथा है जो जीवन के उद्देश्य एवं दिशा को दर्शाती है। इसलिए जहां भी भागवत कथा होती है इसे सुनने मात्र से वहां का संपूर्ण क्षेत्र दुष्ट प्रवृत्तियों से खत्म होकर सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है, जब इसे हम अपने जीवन और व्यवहार में धारण करें। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से सुंदर गिरधारी प्रभुजी, मनोहर मुरारी प्रभुजी, मधुसखा प्रभुजी, राजेंद्र राम प्रभुजी, योगेंद्र पांडे प्रभुजी मौजूद रहे।

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