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प्रदेश में कानून व्यवस्था के नाम पर हो रहा खिलवाड़ : सुनैना चौटाला

गुरुग्राम, 12 जून (हप्र) नूंह जिले के खेड़ला गांव में इनेलो नेत्री सुनैना चौटाला बृहस्पतिवार को महिलाओं की बैठक को संबोधित किया और पार्टी संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रही। पत्रकारों से...
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गुरुग्राम, 12 जून (हप्र)

नूंह जिले के खेड़ला गांव में इनेलो नेत्री सुनैना चौटाला बृहस्पतिवार को महिलाओं की बैठक को संबोधित किया और पार्टी संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रही। पत्रकारों से बातचीत के दौरान इनेलो नेत्री सुनैना चौटाला ने कहा कि पत्रकार चौथा स्तंभ है, जिनके माध्यम से हम अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नूंह के दौरे के अलावा हर जिले में महिला शक्ति को मजबूती देने के लिए इंडियन नेशनल लोकदल के महिला कैडर को मजबूत बनाने के लिए निकले हैं। सुनैना चौटाला ने कहा कि आधी आबादी महिला है और मेरा मानना है कि सामाजिक पक्षी है। जिसका एक पंख पुरुष है और दूसरा पंख महिला है। जब तक दोनों पंख मजबूत नहीं होंगे, तब तक समाज ऊंची उड़ान नहीं भर सकता। महिला मोर्चा प्रभारी ने कहा कि जो छात्रों पर लाठी चार्ज हुआ है, यह बहुत ही संवेदनहीन तरीके से किया गया है।  एचएयू में लाठीचार्ज हुआ वह पुलिस के द्वारा नहीं किया गया। वह वहां के कर्मचारी, प्रोफेसर इत्यादि के द्वारा किया गया है।

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सुनैना चौटाला ने कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था और सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है। हर जगह मर्डर हो रहे हैं। गला रेत कर हत्या की जा रही है। पानीपत में एक किसान को जिंदा जला कर मार दिया गया। इससे बड़ा क्रूर और जघन्य क्या हो सकता है। सुनैना बोली नूंह में जहां पर धरने पर लंबे समय से किसान बैठे हैं। उनकी जमीन हड़पी गई है। किसानों की जमीन हड़पने का काम बंद करना चाहिए। सरकार को सुध लेनी चाहिए। आज नूंह नहीं पानीपत, सोनीपत सहित पूरा हरियाणा प्रदेश डर के वातावरण में जी रहा है।

‘राजनीतिक तौर पर अलग परिवार नहीं होते एक’

सुनैना चौटाला ने कहा कि परिवार के एकजुट होने को लेकर कहा कि सामाजिक तौर पर जो परिवार अलग है, उसमें सुलह किया जा सकता है लेकिन राजनीतिक तौर पर जो परिवार अलग हुए, बहुत बड़ा उदाहरण महाभारत के दौरान कौरव और पांडव रहे। जो परिवार राजनीतिक तौर पर अलग हो जाते हैं। उनके एक होने की संभावना कम होती चली जाती है। हां सामाजिक तौर पर परिवार है। परिवार एकजुट रहना चाहिए।

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