अस्पताल के लिए ग्राम पंचायतों में घमासान
रेवाड़ी, 25 जून (हप्र)
200 बेड का सरकारी नागरिक अस्पताल बनवाने के लिए अनेक ग्राम पंचायतों में घमासान छिड़ा हुआ है। रामगढ़-भगवानपुर, माजरा श्यारोज व शहबाजपुर खालसा के बाद अब गांव फिदेड़ी की ग्राम पंचायत ने बुधवार को गांव की पंचायत बुलाकर अस्पताल के लिए मजबूत दावा पेश किया है।
फिदेड़ी गांव के सरपंच लाल सिंह की अध्यक्षता में हुई पंचायत में अनेक वक्ताओं ने इसी गांव में 200 बेड का अस्पताल बनाने के लिए अनेक मजबूत कारण बताये। सरपंच लाल सिंह ने कहा कि फिदेड़ी की ग्राम पंचायत ने 9 जनवरी 2023 को एक प्रस्ताव पारित कर डीसी, सांसद, एमएलए, सीएमओ व सरकार को भेजा था। जिसमें कहा गया था कि उनके गांव में मीठा पानी, समतल जमीन होने के साथ-साथ नेशनल हाइवे-48 व नेशनल हाइवे-71 से लगता है। उनका गांव शहर के निकट भी है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन को जितनी जमीन चाहिए, पंचायत देने को तैयार है। इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा गठित एक टीम ने अगस्त 2024 में गांव का दौरा किया। उन्होंने गांव की जमीन को सबसे उपयुक्त बताया। यदि ट्रोमा सेंटर भी नया बनाया जाता है तो उसके लिए भी 8 एकड़ जमीन देने को पंचायत तैयार है। गांव में जमीन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर सांसद व केन्द्रीय राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह व स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव से भी मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल के लिए किसी भी गांव की इससे उपयुक्त जमीन नहीं है। इसलिये उनका दावा मजबूत बनता है और वे अपने हक के लिए मजबूती से लड़ेंगे।
जमीन की पहचान की प्रक्रिया शुरू
विदित हो कि नगर के नागरिक अस्पताल के शिफ्ट करने के लिए सरकार ने जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू की हुई है। प्रशासन की टीम ने कई गांवों का दौरा कर जमीन का जायजा लिया है। गांव रामगढ़ भगवानपुर, माजरा श्यारोज व शहबाजपुर खालसा गांव की पंचायतों ने भी अपना मजबूत दावा पेश कर रखा है। शहबाजपुर खालसा के सरपंच मनोज ने कहा कि उनकी ग्राम पंचायत सरकार के सभी नार्मस को पूरा करती है। उन्होंने कहा कि पंचायतें बुलाकर दबाव नहीं बनाना चाहिए। अब देखना यह है कि यह योजना किस गांव में सफल होती है।
