ट्रेन के आगे कूदकर युवक ने दी जान
फरीदाबाद, 19 अप्रैल (हप्र)
डबुआ कॉलोनी में 30 वर्षीय युवक सुरेश ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। वह एक युवती से प्रेम करता था और उसके परिजनों ने घर आकर उसकी मां और भाई से मारपीट की। परिजनों का आरोप है कि इस मारपीट से सुरेश आहत था, जिसके चलते उसने सुसाइड की। वह पूर्व डीजीपी शील मधुर के यहां काम करता था। शनिवार सुबह 11.30 बजे डबुआ कालोनी चर्चवाली गली निवासी सुरेश ने अपने पिता प्रताप सिंह से आखिरी बार फोन पर बात की। पिता का कहना था कि फोन पर ट्रेन की आवाज आ रही थी। सुरेश ने कहा कि वह मरने जा रहा है, पिता ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन उसका फोन नहीं लगा। इससे पहले सुरेश ने सोशल मीडिया पर सुसाइड नोट डाला। जीआरपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर बादशाह खान सिविल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पिता का कहना है कि सुरेश डिप्रेशन में था। वह पूर्व में डीजीपी रहे शील मधुर के यहां पर गुरुग्राम में जॉब करता था, उनका बेटा पढ़ा लिखा था और बड़े ही शांत स्वभाव का था। अपने घर पर हुए हमले और भाई-मां की पिटाई से वह काफी आहत हो चुका था। इसी के चलते उसने आज सुबह ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।
जीआरपी मान रही एक्सीडेंट
परिजनों ने मांग की है कि पुलिस उनके बेटे की मौत की असल वजह का खुलासा करें, क्योंकि जीआरपी इसे अभी एक्सीडेंट मान रही है, जबकि उनके बेटे ने अपनी ही प्रेमिका के परिजनों द्वारा मां और भाई की पिटाई से आहत होकर आत्महत्या की है। परिजनों ने मांग की है कि पुलिस जांच करें और उनके बेटे की मौत के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे।