बदला मौसम, बूंदाबांदी ने गर्मी से दिलाई राहत
क्षेत्र में मौसम ने करवट बदली है। मंगलवार सुबह से हुई बूंदाबांदी ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई। इससे मौसम खुशगवार बन गया है। इस हल्की बारिश से रबी की फसल बुआई में भी किसानों को फायदा होगा। बता दें...
क्षेत्र में मौसम ने करवट बदली है। मंगलवार सुबह से हुई बूंदाबांदी ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई। इससे मौसम खुशगवार बन गया है। इस हल्की बारिश से रबी की फसल बुआई में भी किसानों को फायदा होगा। बता दें कि 20 दिन से क्षेत्र में मौसम खुला हुआ था। जिसके चलते धूप खिली हुई थी। इस धूप की वजह से दिन का तापमान 37 डिग्री के आसपास बना हुआ था। वहीं रात का तापमान भी 23 डिग्री के करीब चल रहा था। सितंबर माह के अंत में ज्यादा तापमान होने की वजह से लोगों का गर्मी से हाल बेहाल हो रहा था। बीते दो दिन से उमस भरी गर्मी भी पड़ रही थी। इससे लोग अनुमान लगा रहे थे कि बारिश होगी। क्षेत्र में सोमवार रात से ही आसमान में बादल छाने लग गए थे। वहीं मंगलवार सुबह पांच बजे क्षेत्र में कई जगह बूंदाबांदी भी हुई। इसके बाद कुछ देर तक ठंडी हवाएं चली। फिर सुबह नौ बजे से बूंदाबांदी का दौर फिर शुरू हो गया। जो कई देर तक जारी रहा। किसान यतेंद्र यादव ने बताया कि कई दिनों से बारिश नहीं होने के कारण गांव डोहर कलां में जमीन सूख गई थी। जिसके कारण वे पलाऊ कर बिजाई करने की सोच रहे थे, मगर अब इस बूंदाबांदी से पलाऊ की जरूरत नहीं रहेगी।
कनीना में जमकर बरसे बदरा
कनीना (निस) : क्षेत्र में अचानक मौसम बदल गया और मंगलवार को जमकर हुई बारिश के बाद किसानों को रबि फसल बुवाई के लिए पलेवा से निजात मिल गई है। जिससे उनके चेहरे खिल उठे हैं। किसान दिन रात एक कर खेतों में बाजरे व कपास की फसल से निपटने में लगे हुए थे, वहीं रबि फसल बुवाई की तैयारी के लिए पलेवा कार्य भी कर रहे थे। ट्यूबवैल से होने वाले इस कार्य के लिए बिजली की मांग बढती जा रही थी। जिससे बिजली सप्लाई के शेड्यूल में बदलाव करने के साथ-साथ कट भी लगने लगे थे। बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव हो गया। जिससे वाहन चालकों तथा राहगीरों को परेशानी का सामना करना पडा। अटेली मोड, बीडीपीओ कार्यालय, बस स्टैंड, अस्पताल के समीप, रेवाडी मोड पर जलभराव हो गया। इस बारे में नगर पालिका चेयरपर्सन डाॅ रिंपी लोढ़ा ने बताया कि बरसाती पानी निकासी के लिए नपा की ओर से स्थाई समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है। जोहड का पानी लिफ्ट करने के लिए पंप सेट लगाए गए हैं। जोहड़ खाली होने के बाद उसकी छंटाइ की जाएगी। एसटीपी का विस्तार कर बणी में पाइप लाइन के जरिए पानी जाएगा।