विकसित भारत की राह में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान पीठ तथा सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज (सीएनएमएस) के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को ‘राष्ट्र निर्माण में युवा शक्तिः अवसर एवं उत्तरदायित्व‘ विषय पर राष्ट्रीय युवा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में असम के पूर्व राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
साथ ही मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के पूर्व कुलाधिपति फ़िरोज बख्त अहमद, जर्नलिज़्म टुडे ग्रुप की सीईओ डॉ. जावेद रहमानी तथा प्रो. दिव्या तंवर मौजूद रहे। प्रो. जगदीश मुखी ने इस अवसर पर कहा कि भारत की युवा शक्ति देश की बहुमूल्य ताकत है। शिक्षा, उद्यमिता, नवाचार व राष्ट्र के विकास की जिम्मेदारी युवाओं की है। युवा पीढ़ी का आह्वान करते हुए प्रो. मुखी ने सच के साथ सदैव खड़े रहने के लिए प्रेरित किया। विभाजन की विभीषिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस दिवस की स्मृति में देशभर में शुरु किए गए आयोजनों का भी उल्लेख किया।
प्रो. जगदीश मुखी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विकसित व समृद्ध बनने की राह पर अग्रसर है और इस प्रयास में युवाओं की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि प्रोफेसर जगदीश मुखी इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं कि एक शिक्षक विद्यार्थियों का विकास देश निर्माण के लिए करता है। साथ ही साथ, वह स्वयं भी देश के विकास में अवसर मिलने पर सक्रिय योगदान देता है।