कलेक्टर रेट बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ी
कांग्रेस नेता और पूर्व अधीक्षण अभियंता राव सुखबिंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हलके के गांवों और शहर में 10 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक कलेक्टर रेट बढ़ा दिये हैं। इस बढ़ोतरी ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। भाजपा सरकार ने नारनौल शहर की एक भी कॉलोनी नियमित नहीं की है। जो गांव नगर परिषद् में शामिल किये गए थे, उनमें विकास के नाम पर एक ईंट नहीं लगाई गई है। बिना कोई सुविधा दिए ही सरकार ने कलेक्टर रेट में 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करके अपना जन विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है और लोगों के अपने घर के सपने को चकनाचूर कर दिया है। सरकार ने पहले बिजली महंगी की और अब कलेक्टर रेट बढ़ा दिए। भाजपा सरकार ने पिछले साल ही रेट बढ़ाए थे, एक साल में ऐसा प्रॉपर्टी में क्या उछाल आ गया जो कृषि, रिहायशी और व्यावसायिक सभी प्रकार की भूमि के 50 प्रतिशत तक रेट बढ़ा दिए।
उन्होंने कहा कि दूरदराज के गांवों की कृषि भूमि के रेट भी अतार्किक रूप से बढ़ाये गए हैं। डोहरकलां, हसनपुर, तलोट आदि गांवों में भी कृषि भूमि के रेट 50 प्रतिशत तक बढ़ाये गए हैं, जिनका कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीब और किसान विरोधी है, इसकी सभी नीतियां आम आदमी के खिलाफ और पूंजीपतियों के पक्ष में हैं। इस अवसर पर उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रस्तावित बढ़ोतरी तुरंत वापस ली जाए। पहले शहर की कॉलोनियों को नियमित करके विकसित करवाई जाएं और जो गांव परिषद् में शामिल किए गए हैं, उनको स्पेसल बजट देकर समुचित विकास करवाया जाए, फिर आवश्यक हो तो तर्कसंगत वृद्धि की जाए। राव ने कहा कि सरकार जनता पर बोझ डालने की बजाये अपने खर्चों में कटौती करें और भ्रष्टाचार पर काबू पाए।