मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

बाजरे की फसल आई बीमारियों की चपेट में, खड़ी फसल पर चलाया ट्रैक्टर

जिला महेंद्रगढ़ में इस बार बाजरे की फसल पर संकट के बादल छाए हुए हैं। फसलों पर कीड़े लग गए हैं। जिसके कारण किसान अपनी खड़ी हुई फसल पर ही ट्रैक्टर चलाने को मजबूर हैं। गांव मंढाणा के दो किसानों...
Advertisement

जिला महेंद्रगढ़ में इस बार बाजरे की फसल पर संकट के बादल छाए हुए हैं। फसलों पर कीड़े लग गए हैं। जिसके कारण किसान अपनी खड़ी हुई फसल पर ही ट्रैक्टर चलाने को मजबूर हैं।

गांव मंढाणा के दो किसानों ने अपनी खड़ी बाजरे की फसल पर कीड़े लगने की वजह से ट्रैक्टर चला दिए। कुछ ऐसा ही अन्य किसान करने की तैयारी में हैं। वहीं किसानों का कहना है कि सरकार ने क्षतिपूर्ति पोर्टल महेंद्रगढ़ जिले के किसानों के लिए नहीं खोला है। ऐसे में उनको मुआवजा नहीं मिल पाएगा। किसानों ने सरकार से जिला के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने की मांग की है।

Advertisement

किसान सुधीर ने अपनी दो एकड़ फसल तथा सुरेश कुमार ने एक एकड़ फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। गांव मंढाणा की ही नहीं, बल्कि गांव मांदी, सेका, कादीपुरी, पटीकरा सहित आसपास के अनेक गांवों की बाजरे की फसल में कीड़ों का प्रकोप है। इस बारे में गांव मंढाणा के किसान अशोक कुमार, नवीन, टोनी, मोनी, योगेश, पूर्व सरपंच महावीर, बाबूलाल, नागर, रविंद्र, मास्टर प्रवेश, अशोक कुमार, परमदीप, हंसराज, उदय सिंह, मुकेश पार्षद, संजय, रतिराम, ठोलू व विक्रम आदि ने बताया कि कीड़ों की वजह से पूरी फसल नष्ट होने के कगार पर है।

वहीं किसान सुरेंद्र, संजय व योगेंद्र ने बताया कि बाजरे की फसल में व्हाइट ग्रब, इरगोट व एफएवी हैलीकोवरपा का आंतक है। किसान अशोक, नवीन व योगेश ने बताया कि सरकार ने कुछ जिलों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल खोल दिया है, मगर जिला महेंद्रगढ़ के लिए यह पोर्टल नहीं खोला गया है।

Advertisement