मानव जीवन को संस्कारों से जोड़ने का दिया संदेश
हालवास गेट स्थित लिटिल हाटर्स पब्लिक स्कूल में संगीतमयी श्रीराम कथा महायज्ञ सोमवार को भक्तिभाव और आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हो गया। कथा व्यास श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर बाल योगिनी संत शिरोमणि साध्वी करुणागिरी महाराज ने भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक प्रसंग का मनमोहक वर्णन करते हुए नौ दिवसीय कथा का सारांश प्रस्तुत किया। साध्वी करुणागिरी महाराज ने कथा समापन पर मानव जीवन को संस्कारों से जोड़ने का संदेश दिया और कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन त्याग, सेवा, मर्यादा और धर्मपालन का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि श्रीराम ने सदैव सत्य और न्याय के मार्ग पर चलते हुए समाज को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा दी। उनके जीवन से हमें यह शिक्षा मिलती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों से विमुख नहीं होना चाहिए। साध्वी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति की शक्ति हमारे संस्कारों और परंपराओं में निहित है। आज समाज भौतिकता की ओर तेजी से बढ़ रहा है, तब आवश्यक है कि हम अपने बच्चों में संस्कार, सेवा भावना और नैतिक मूल्यों का बीजारोपण करें।