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विस समिति की बैठक में झज्जर के जलभराव का मुद्​दा छाया

झज्जर विस क्षेत्र के 12 से भी ज्यादा गांव ऐसे है जहां जलभराव की वजह से फसलें बर्बादी के कगार पर है। ग्रामीण पानी निकासी के लिए कई बार लघु सचिवालय आकर प्रशासन का दरवाजा खटखटा चुके है। इन्हीं जलभराव क्षेत्रों...
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झज्जर विस क्षेत्र के 12 से भी ज्यादा गांव ऐसे है जहां जलभराव की वजह से फसलें बर्बादी के कगार पर है। ग्रामीण पानी निकासी के लिए कई बार लघु सचिवालय आकर प्रशासन का दरवाजा खटखटा चुके है। इन्हीं जलभराव क्षेत्रों में पानी की निकासी के मुद्​दे को लेकर मंगलवार को चंड़ीगढ़ में विस की गई समिति की बैठक हुई।

बैठक में झज्जर के एसडीएम सहित,पंचायती राज और सिंचाई विभाग के एसीएस मुख्य तौर पर मौजूद रहे। इस बैठक में झज्जर की कांग्रेस विधायक और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी गीता भुक्कल ने मुख्य तौर पर शिरकत की। उन्होंने अपने इलाके के जलभराव के मामले को जोर शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रशासन झज्जर विस क्षेत्र के गांवों में बरसाती पानी की निकासी के दावें कर रहा है और दूसरी तरफ झज्जर लघु सचिवालय के मुख्य गेट पर ही एक से दो फुट खड़े बरसाती पानी ने प्रशासन की कारगुजारियों की पोल खोल रखी है। घंटों चली इस बैठक में अधिकारियों ने तीन माह का समय मांगा और कहा कि तीन माह के भीतर झज्जर विस क्षेत्र के गांवों में हुए जलभराव को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा अौर समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा। अधिकारियों के बीच यह तय हुआ कि यदि इस निर्धारित अवधि में इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं होता है तो फिर विस द्वारा गठित की गई कमेटी इन क्षेत्रों का दौरा करेगी और अपनी रिपोर्ट विस के पटल पर रखेगी। बता दें कि पिछले दिनों आई मानसूनी बरसात की वजह से लड़ायण, अकेहड़ी मदनपुर, चढ़वाना सहित एक दर्जन से भी ज्यादा गांवों में खेतों में कई-कई फुट का जलभराव है।

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