सामने आया अस्पताल कर्मियों का अमानवीय चेहरा
प्रवासी मजदूर की सड़ती रही लाश, फ्रिज में रखने से किया इनकार
नागरिक अस्पताल के कर्मचारियों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। इस चेहरे ने मानवता को शर्मशार करके रख दिया है। मामला एक प्रवासी मजदूर की मौत से जुडा है। कर्मचारियों की लापरवाहीं कहे या फिर डयूटी के प्रति कोताही इसका खामियाजा मृतक के परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। बताया जाता है कि दरभंगा बिहार का इन्द्र यादव बादली के पास रिलायंस कम्पनी में कंटेनर चालक का काम करता था। शुक्रवार को उसका शव कंटेनर में ही संदिग्ध हालत में मिला था। शव को नागरिक अस्पताल भिजवा दिया गया था। आरोप है कि यहां कर्मचारियों ने शव को फ्रिज खराब होने का बहाना बनाकर खुले में छोड़ दिया। परिणाम यह हुआ कि पूरी रात बगैर फ्रिज के शव सड़ने लगा। शनिवार को मृतक के परिजन यहां नागरिक अस्पताल में पहुंचे और उन्होंने मीडिया के सामने अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाहीं व कोताही के बारे में बताया। परिजनों का कहना था कि इन्द्र की मौत कैसे हुई यह तो पता नहीं है, लेकिन उन्होंने मौके पर जाकर फुटेज देखी है और गाड़ी की भी जांच की है। अभी इस बारे में कुछ नहीं पता है। लेकिन वह इतना जरूर कहना चाहेंगे कि यहां अस्पताल के कर्मचारियों की वजह से इन्द्र यादव के शव की बेकद्री हो गई। उनकी समस्या यह है कि शव बुरी तरह से सड़ रहा है और वह उसे बिहार इस हालत में कैसे लेकर जाएगें। इस बारे में अस्पताल के अधिकारी और पुलिस भी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रही है। बहरहाल यह कहना कतई गलत न होगा कि मृतक की मौत कैसे हुई यह तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पता चल जाएगा,लेकिन अस्पताल के जो कर्मचारी शव की हालत खराब करने के लिए जिम्मेवार है क्या उनके खिलाफ कार्यवाहीं
हो पाएगी।