उधार के 10 हजार से शुरू हुई रंजिश, 30 लाख की फिरौती तक पहुंची कहानी
झज्जर जिले के रईया गांव से सामने आई एक चौंकाने वाली घटना में 30 लाख की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने उधार की मामूली रकम के बदले विदेशी नंबरों से कॉल कर 30 लाख रुपये की फिरौती मांगने जैसी संगीन साजिश रच डाली। पुलिस जांच में पता चला कि यह पूरा मामला आपसी लेन-देन की रंजिश से शुरू होकर अपराध की ओर मुड़ गया।
10 हजार की उधारी, 30 लाख की डिमांड
गांव रईया निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि 28 अगस्त 2025 को सुबह 9:54 बजे एक विदेशी नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। धमकी दी गई कि रकम न देने पर जान से मार देंगे। इसके बाद 7 सितंबर को फिर एक कॉल और इंस्टाग्राम पर ऑडियो-वीडियो के जरिए 30 लाख रुपये की मांग की गई।
पुलिस हरकत में आई और जांच के दौरान सामने आया कि शिकायतकर्ता और आरोपी मनीष के बीच 10 हजार रुपये का लेन-देन हुआ था। दोनों ने इस दौरान आपस में फोन भी बदल लिए थे। जब मनीष से और पैसे मांगे गए, तो उसने अपने साथी प्रितुल के साथ मिलकर फिरौती का ड्रामा रच डाला।
दो आरोपी काबू, मोबाइल बरामद
झज्जर पुलिस की सीआईए और शहर थाना टीम ने साइबर सेल की मदद से इस मामले को सुलझाया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रितुल (निवासी ईगरा, जींद) और मनीष उर्फ अरुण (निवासी रईया, झज्जर) के रूप में हुई है। दोनों के पास से वारदात में प्रयोग किए गए मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सोशल मीडिया पर अपराधियों को फॉलो कर बने 'गैंगस्टर'
पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री ने बताया कि दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को फॉलो करते थे और उन्हीं से प्रभावित होकर यह हरकत कर डाली। उन्होंने इसे एक गंभीर चेतावनी के रूप में लेते हुए अभिभावकों से अपील की कि—
- अपने बच्चों की गतिविधियों पर नियमित नजर रखें।
- समय-समय पर बैग और मोबाइल की जांच करें।
- यह सुनिश्चित करें कि बच्चे किसी गलत संगत या अपराधियों के प्रभाव में तो नहीं आ रहे।
- युवा पीढ़ी खेल और शिक्षा में लगाए ध्यान
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि आजकल के कुछ युवा सोशल मीडिया पर अपराधियों को रोल मॉडल मानने लगते हैं, जो खतरनाक प्रवृत्ति है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे खिलाड़ी और शिक्षाविदों को अपना आदर्श बनाएं, न कि अपराधियों को। अपराध की दुनिया में न इज्जत है, न सुकून – सिर्फ डर, तनाव और अंधकार है।