Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

शहीद संदीप धनखड़ की शौर्य गाथा को देश युगों-युगों तक रखेगा याद : ओम प्रकाश

पूर्व कृषि मंत्री ने गांव ढाणा में शहीद की 20वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
गुरुग्राम में शहीद संदीप धनखड़ को श्रद्धांजलि देते ओम प्रकाश धनखड़। -हप्र
Advertisement

पूर्व कृषि मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने रविवार को गांव ढाणा में शहीद संदीप धनखड़ की 20वीं पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीदों के परिजनों को प्रीतक चिन्ह व शाॅल देकर सम्मानित किया। मौके पर अमर शहीद संदीप कुमार मैमोरियल कमेटी ढाणा के चेयरमैन चौधरी समुंद्र धनखड़ पहलवान व ग्रामीणों ने ओम प्रकाश धनखड़ को पगड़ी पहनाकर व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया।

मुख्यातिथि ओपी धनखड़ ने कहा कि जननी जने तो संत जने, कै दाता के शूर नहीं तो जननी बांझ रहै, व्यर्थ गवायें नूर। उन्होंने कहा कि शहीद संदीप धनखड़ की मां बिमला देवी ने वीर पुत्र को जन्म देकर भारत माता की रक्षा के लिए भेजा और उसने अपनी वीरता को साबित करते हुए दुश्मनों को धूल चटाई और सदा के लिए मां भारती के आंचल में खुशी-खुशी चिर निंद्रा में सो गया। ऐसे वीर की मां होना अपने आप में गौरव की बात है। संदीप धनखड़ की की शोर्य गाथा को देश युगों-युगों तक याद रखेगा।

Advertisement

ओपी धनखड़ ने कहा कि जब वह प्रदेश में कृषि मंत्री थे तो उन्होंने पूरे प्रदेश के सभी गांवों में शहीदों की याद में गौरव गाथा पठ लगवाए थे, जो आज भी लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अमर शहीद संदीप कुमार मैमोरियल कमेटी ढाणा के चेयरमैन चौधरी समुंद्र धनखड पहलवान व उनकी टीम भी बधाई की पात्र है, जिसने अमर शहीद के नाम से पार्क, प्रतिमा, मुख्यद्वार, स्कूल का नाम आदि रखने और उनकी याद को ताजा करके युवाओं में देशभक्ति की भावना को जिंदा रखा हुआ है। पूर्व मंत्री ने शहीद की माता, पिता, बहन सभी को सम्मानित किया। मौके पर शहीद के पिता चौधरी अवतार सिंह, चौधरी राजेंद्र सिंह धनखड़, तेजू ठेकेदार, कैप्टन प्रेमपाल, सावत सिंह प्रधान, गब्बू सरपंच, मास्टर जेपी यादव, चौधरी राम पाल धनखड़, बिजेंद्र सिंह फौजी, चंद्रभान, थानेदार रोशन लाल, केवल पहलवान, बाबू लाल थानेदार मौजूद थे।

Advertisement
×