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जींद में पानी निकासी के लिए प्रशासन ने झोंकी जान

पिछले एक सप्ताह से रूक-रूककर हो रही बारिश से हालात अब गंभीर होने लगे हैं। इसमें बारिश के चलते जींद की रामबख्श कॉलोनी में एक मकान का पोर्च (बारजा) गिर गया। इसमें मकान मालिक का बेटा घायल हो गया। वहीं...
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पिछले एक सप्ताह से रूक-रूककर हो रही बारिश से हालात अब गंभीर होने लगे हैं। इसमें बारिश के चलते जींद की रामबख्श कॉलोनी में एक मकान का पोर्च (बारजा) गिर गया। इसमें मकान मालिक का बेटा घायल हो गया। वहीं जिले के 30 से ज्यादा गांवों में फसल पानी में डूबी हुई हैं, जिनमें से अगर जल्दी पानी नहीं निकाला गया, तो ये खराब हो जाएंगी। प्रशासन ने भी पानी निकासी के लिए अपनी जान झोंक दी है। कई स्कूलों में बरसाती पानी घुसने से क्लासेज नहीं लग पा रही हैं। मौसम विभाग ने कल भी बारिश की संभावना जताई है, जिसने धरतीपुत्र किसानों की चिंता बढ़ाई हुई है। जिले भर में वर्षा के कारण 30 से ज्यादा गांवों में 20 हजार एकड़ जमीन में खड़ी फसलों में बरसाती पानी भर चुका है। खेतों में जलभराव का दायरा लगातार बढ़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा जुलाना क्षेत्र प्रभावित है। जुलाना के मालवी, झमोला, बुआना, बराड़, शामलो कलां, खिमा खेड़ी, निडाना, ढिगाना, पड़ाना, करसोला, पोली सहित अन्य गांवों में धान की फसल में दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। पिल्लूखेड़ा ब्लॉक के आसन, धड़ौली, मोरखी, भड़ताना, भभेवा, गांगोली, नरवाना के धमतान, दनौदा, भिखेवाला, जाजनवाला सहित कई गांवों में पानी भरा हुआ है। वहीं कपास की फसल को लगातार हो रही वर्षा के कारण नुकसान हो रहा है। जाजनवाला गांव की आबादी में भी बरसाती पानी भर गया है। घरों में बरसाती पानी भरने से रोकने के लिए लोगों को अपने घरों के गेट पर मिट्टी के बोरे लगाने पड़े हैं।

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