‘अभिनेता भावनाओं का मुखौटा’
डीएलसी सुपवा में सिने फाउंडेशन के सहयोग से चल रही पांच दिवसीय फिल्म कार्यशाला के चौथे दिन छात्रों को अभिनय, ध्वनि और लघु फिल्म निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। सुबह के सत्र में अभिनेता व दिल्ली विश्वविद्यालय संस्कृति परिषद के...
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डीएलसी सुपवा में सिने फाउंडेशन के सहयोग से चल रही पांच दिवसीय फिल्म कार्यशाला के चौथे दिन छात्रों को अभिनय, ध्वनि और लघु फिल्म निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। सुबह के सत्र में अभिनेता व दिल्ली विश्वविद्यालय संस्कृति परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनूप लाठर ने अभिनय की बारीकियां समझाईं। उन्होंने कहा कि अभिनेता भावनाओं का मुखौटा पहनते हैं और दर्शकों का सम्मान करना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर उन्होंने रंगमंच और सिनेमा के अंतर को स्पष्ट किया तथा छात्रों को ऑन-कैमरा टूलकिट और शिव तांडव अभ्यास से स्वर-लय व श्वास नियंत्रण का प्रशिक्षण दिया। ऑडियोग्राफी प्रमुख देबाशीष रॉय ने ध्वनि डिज़ाइन की महत्ता बताई। बाद में छात्रों ने टीमों में लघु फिल्में बनाईं, जिनका प्रदर्शन समापन दिवस पर होगा।
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