सूबेदार के पार्थिव शरीर को बेटे ने दी मुखाग्नि
डयूटी के दौरान लेह-लद्दाख में अचानक हृदय गति रुकने से शहीद हुए सूबेदार हितेश सहरावत के पार्थिय शरीर को उनके बेटे सौरभ ने मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान और सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने शहीद सूबेदार हितेश...
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डयूटी के दौरान लेह-लद्दाख में अचानक हृदय गति रुकने से शहीद हुए सूबेदार हितेश सहरावत के पार्थिय शरीर को उनके बेटे सौरभ ने मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान और सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने शहीद सूबेदार हितेश सहरावत अमर रहे और भारत मां का जयघोष किया। जिला प्रशासन की तरफ से सिटी मजिस्ट्रेट अप्रितम सिंह ने पुष्पचक्र अर्पित किया। शहीद के पिता हेमचंद फौजी अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर को ले जाते समय तिरंगा लेकर चले।
गांव गहलब निवासी सूबेदार हितेश सहरावत ने साल 2001 की 15 फरवरी को सेना में आर्मी सप्लाई कोर रजिमेंट में ड्राइवर ड्यूटी ज्वाइन की थी। वह सूबेदार के पद पर अपनी सेवाऐं दे रहे थे और शनिवार सुबह अचानक ड्यूटी के समय ह्दयघात हुआ और उनकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही गांव शोक की लहर में डूब गया।
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