अनुसंधान और नवाचार को जीवन का अंग बनाएं विद्यार्थी : एचएल वर्मा
कार्यक्रम में कुलपति डॉ. एचएल वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय तकनीकी दिवस न केवल भारत की वैज्ञानिक प्रतिभा को सम्मानित करता है, बल्कि यह युवाओं को अनुसंधान और नवाचार की दिशा में प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अनुसंधान और नवाचार को जीवन का अंग बनाएं। मुख्य अतिथि डॉ. एसपी खटकड़ ने डीआरडीओ की भूमिका और उसके द्वारा किए जा रहे अत्याधुनिक अनुसंधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डीआरडीओ भारत की रक्षा प्रणाली की आत्मनिर्भरता की रीढ़ है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. ओपी सांगवान ने लेटेस्ट ट्रेंड्स इन टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन एंड स्टार्टअप्स विषय पर विचार रखते हुए कहा कि आज का युग नवाचार और उद्यमिता का है। हमें ‘जॉब सीकर’ की जगह ‘जॉब क्रिएटर’ बनने की ओर अग्रसर होना होगा।
विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ. अमित बंसल ने रियल टाइम साइबर सिक्योरिटी पर प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता डॉ. राहुल तनेजा ने वर्चुअल माध्यम से कहा कि पेटेंट और बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में डॉ. विनोद कुमार (रजिस्ट्रार), डॉ. नवीन कपिल (डीन एकेडमिक), डॉ. सुधीर मलिक (छात्र कल्याण अधिष्ठाता), डॉ. मुकेश सिंगला, डॉ. सोमवीर, प्रोफेसर डॉ. सुदेश, डॉ. बिजेंद्र, सुश्री दीपिका शर्मा भी उपस्थित थे। संगोष्ठी के आयोजन में संयोजक डॉ. अनिल डूडी, सह-संयोजक डॉ. राहुल, आयोजन सचिव एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बनिता का योगदान रहा।