जर्जर स्कूल में डर-डर कर पढ़ने को मजबूर विद्यार्थी
पुन्हाना मोड़ के पास विद्यार्थी गवर्नमेंट स्कूल की जर्जर बिल्डिंग में डर-डर कर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। तीन साल पहले राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल को मॉडल संस्कृति सीनियर सैकेंडरी स्कूल में बदल दिया था। यहां हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की जगह अब सीबीएससी की पढ़ाई करवाई जा रही है। पहले इस विद्यालय में केवल छात्र ही दाखिला लेते थे, वहीं अब इसमें छात्राएं भी पढ़ती हैं। यह बिल्डिंग 50 साल पहले बनी थी, सरकार द्वारा सीबीएससी में बदलने से इस बिल्डिंग के बदलने के अनुमान थे। इस विद्यालय में 620 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। सरकार ने नई इमारत का निर्माण नहीं किया गया। तीन साल पहले ही सरकार ने ही इसे कंडम घोषित कर दिया था। इसके स्थान पर नई बिल्डिंग के निर्माण कराने के लिए स्कूल प्रिसिंपल ने सरकार को कई बार लिखित सूचना दी, इसके बावजूद बिल्डिंग का निर्माण कराने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। केवल सात अतिरिक्त कमरों का ही निर्माण कर दिया है। विद्यार्थियों के अभिभावकों की एसएमसी प्रधान बाबूराम की अध्यक्षता में बुधवार को विद्यालय में बैठक हुई, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी से दो शिफ्ट में विद्यार्थियों को पढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है। जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल का कहना है कि उनके पास किसी प्रकार की कोई मांग आने पर वह उस पर विचार करके सरकार के नियमानुसार कार्रवाई अमल
में लाएंगे।
