प्रदेश में स्टार्टअप्स को मिलेगी नई उड़ान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार प्रदेश के अग्रणी स्टार्टअप, कॉर्पोरेट्स और शैक्षणिक संस्थानों के साथ मिलकर राज्य में विश्वस्तरीय इनक्यूबेटर स्थापित करेगी। इसमें स्टार्टअप्स के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही, देश को सेमीकंडक्टर हब बनाने के विज़न के अनुरूप प्रदेश सरकार भी राज्य में सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित नीति तैयार करेगी। सरकार का लक्ष्य गुरुग्राम और हरियाणा को विश्व की ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर राजधानी के रूप में विकसित करना है। सरकार ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स के लिए भी एक विशेष नीति बनाएगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी बृहस्पतिवार को स्टार्टअप्स और उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बातचीत कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचएसआईआईडीसी) द्वारा किया गया। नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य में स्थापित किए जाने वाले विश्वस्तरीय इनक्यूबेटर में समर्पित प्लग एंड प्ले कार्यस्थान, बैठक कक्ष आदि, उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग संसाधन, उभरती प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान करने के लिए नवीनतम उपकरणों के साथ समर्पित नवाचार प्रयोगशालाएं, प्रोटोटाइपिंग केंद्र आदि होंगे। इनसे राज्य के स्टार्टअप अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास गतिविधियां शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक नई औद्योगिक नीति तैयार करने पर काम कर रहा है। इसके साथ ही, सरकार विभिन्न क्षेत्रों के लिए नई नीतियों भी तैयार कर रही है। सीएम नायब सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया” और डिज़ाइन इन इंडिया के माध्यम से भारत को विकसित बनाने का आह्वान किया है। प्रदेश सरकार ने भी विकसित हरियाणा का लक्ष्य रखा है और इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी उद्योगपतियों से मेक इन हरियाणा और डिज़ाइन इन हरियाणा का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य बजट 2025-26 में घोषणा की गई है कि प्रदेश में 10 नए आईएमटी विकसित किए जा रहे हैं, इसके लिए ई-भूमि पोर्टल पर भूमि मालिकों द्वारा स्वेच्छा से लगभग 20 हजार एकड़ भूमि की पेशकश भी की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि इन आईएमटी में उद्योग स्थापित करें, सरकार की ओर से उद्योगों को सभी प्रकार की सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जिला स्तर एक अस्पताल को निजी अस्पतालों की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त कर रही है। उन्होंने उद्योगपतियों से आह्वान किया कि वे सीएसआर फंड का उपयोग, सामाजिक क्षेत्र विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने में करें।