सोनीपत में एक्यूआई 274, ग्रैप-2 लागू होने के बाद भी नहीं हुआ सुधार
सुबह छाये रहे धूल कण, दोपहर बाद हवा चलने पर मिली राहत
शहर की हवा जहरीली बनी हुई है। बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 274 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में आता है। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप)-2 लागू होने के बावजूद वायु की सेहत में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। सुबह से ही वातावरण में धूलकणों की मोटी परत छाई रही, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और सांस रोगियों को खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी हुई। दोपहर में हल्की हवा चलने से थोड़ी राहत मिली। प्रदूषण का स्तर दूसरे दिन भी खराब श्रेणी में बना रहा। वातावरण में इसका असर दिखने लगा है। वातावरण में सुबह धूलकणों की परत छाने से लोगों की परेशानी बढऩे लगी है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत के साथ आंखों में जलन की समस्या भी होने लगी है। दोपहर के समय हल्की हवा चलने से थोड़ी राहत मिली, लेकिन हवा की गुणवत्ता अब भी स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक बनी हुई है। ग्रैप-2 लागू किया जा चुका है। प्रदूषण से साथ ही गले में खराश के मरीज भी बढऩे लगे हैं। इसके साथ ही जिन लोगों को पहले से सांस की बीमारी है, उनके लिए यह स्थिति खतरनाक है। नागरिक अस्पताल के चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र राणा ने हिदायत दी कि मौसम में ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। इससे शरीर के अंदर गए कण ठंडे पानी से जम जाते हैं। सुबह घर से बाहर बिना किसी कारण के नहीं निकलना चाहिए और निकलना है तो मुंह पर मास्क व आंखों पर चश्मा लगाकर निकलना चाहिए।
हवा की धीमी गति बढ़ा रही परेशानी
प्रदूषण की वजह हवा की धीमी गति बताई जा रही है। बुधवार को 6 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चली। विशेषज्ञ के अनुसार जब तक हवा की गति तेज नहीं होती, तब तक परेशानी झेलनी पड़ेगी।
अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस
प्रदूषण से अधिकतम तापमान 30 डिग्री से अधिक बना हुआ है। बुधवार को अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री व न्यूनतम 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री व न्यूनतम तापमान 20 डिग्री रहा।