कांग्रेस सरकार में रद्द होंगे बूचड़खानों के लाइसेंस
मेवात में धड़ल्ले से खुल रहे बूचड़खानों के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों का समर्थन जुटाने के लिए मेवात संघर्ष समिति ने कमर कस ली है। प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा से नई दिल्ली आवास पर मुलाकात की। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आश्वासन दिया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर सभी बूचड़खानों के लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं। नूंह एक छोटा जिला है जो दिल्ली के नजदीक है, इससे एनसीआर की आबाेहवा खराब हो सकती है। लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित विभागों को निजी तौर पर पत्राचार करेंगे। मेवात संघर्ष समिति के वरिष्ठ सदस्य फजरूद्दीन बेसर ने कहा कि सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात अच्छी रही है। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है, आवश्यकता पड़ने पर मांग संसद में उठाने की बात कही है। नूंह जिले में बूचड़खाने खोलने के कदम को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सांसद ने मेवात क्षेत्र को साफ सुथरा रखना की बात कही है क्योंकि यह इलाका दिल्ली के बिल्कुल नजदीक है और यह देश में बहुत पिछड़ा है। यहां के लोगों को रोजगार और युवाओं को पढ़ने के लिए यूनिवर्सिटी की आवश्यकता है।
मेवात संघर्ष समिति के सदस्य मौलाना साबिर कासमी ने कहा कि सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने इस मामले को मानसून सत्र में मामले को उठाने का आश्वासन भी दिया है। इससे पहले मध्य-प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने अपनी टीम को दिशानिर्देश दिए हैं, यह बैठक बहुत अच्छी रही। हमें उम्मीद है कि विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा में मेवात के बूचड़खानों का मुद्दा उठाया जाएगा। बता दें कि सबसे पहले फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खान इंजीनियर ने बूचड़खानों की आवाज विधानसभा में उठाने की घोषणा की थी। इस मौके पर फजरुद्दीन बेसर, रफीक हथौड़ी, अजीज हुसैन, अब्दुल वहाब, मुबारिक खान, रशीद हुसैन, मुफ्ती सलीम, साबिर कासमी, लियाकत अली समेत प्रतिनिधि मंडल की सदस्य मौजूद रहे।