भिवानी में कलश यात्रा से शुरू हुआ श्रीमद्भागवत कृष्ण कथा ज्ञान यज्ञ
धार्मिक व आध्यात्मिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध छोटी काशी भिवानी में बुधवार से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कृष्ण कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। यह पावन आयोजन श्रीश्री 108 सतगुरू राधिकादास जी महाराज एवं श्रीश्री 108 सतगुरू सदानंद महाराज के...
धार्मिक व आध्यात्मिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध छोटी काशी भिवानी में बुधवार से सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कृष्ण कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। यह पावन आयोजन श्रीश्री 108 सतगुरू राधिकादास जी महाराज एवं श्रीश्री 108 सतगुरू सदानंद महाराज के आशीर्वाद से आरंभ हुआ, जो 18 नवंबर तक चलेगा। स्थानीय कमला नगर स्थित श्री राम मंदिर परिसर में आयोजित इस कथा ज्ञान यज्ञ की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ की गई। कलश यात्रा का शुभारंभ श्री राम मंदिर से हुआ, जिसमें अनेक महिला श्रद्धालु पीले वस्त्रों में सुसज्जित होकर कलश सिर पर धारण किए निकलीं। मार्ग में हर ओर हरे कृष्ण-हरे राम के जयकारे गूंजते रहे और भक्ति संगीत के साथ वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक रंग में रंग गया। कलश यात्रा विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर पुन: कथा स्थल श्री राम मंदिर पहुंची। वहां धर्म ध्वजा फहराने के साथ कथा आरंभ हुई। इस दौरान कथावाचक अनिल प्रणामी जी महाराज ने प्रथम दिन श्रीमद्भागवत कृष्ण कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह मनुष्य के भीतर भगवान के प्रति प्रेम, भक्ति और आत्मज्ञान का जागरण है, जिस घर या नगर में भागवत कथा होती है, वहां से नकारात्मकता, दुख और पाप का नाश होता है तथा प्रेम, शांति और समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से जीवन का उद्देश्य स्पष्ट होता है और श्रीकृष्ण की लीलाएं हमें धर्म, नीति, करुणा और प्रेम के मार्ग पर चलना सिखाती हैं। पूर्व पार्षद प्रवीण चावला व पूर्व पार्षद अशोक यादव ने बताया कि इस सात दिवसीय कथा में प्रतिदिन कथा का वाचन होगा तथा 18 नवंबर को कथा समापन के अवसर पर हवन यज्ञ व भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद प्रवीण चावला, पूर्व पार्षद अशोक यादव, संजय शर्मा, कृष्ण कुमार नारंग, सुनीता चावला, हन्नी ठुकराल, अंजू महता, धर्मवीर मखीजा, मुन्नी शर्मा, जगदीश नारंग सहित अनेक श्रद्धालुगण मौजूद रहे।

