शाहपुर नंगली की साहसिक मुहिम: ग्रामीणों ने खुद पकड़ा नशा, पुलिस को सौंपी तस्करों की सूची
एसपी ने दी तुरंत कार्रवाई के निर्देश
जिले में नशा मुक्ति अभियान अब प्रशासनिक पहल से आगे बढ़कर जन-आंदोलन का रूप लेता दिखाई दे रहा है। इसका सबसे सशक्त उदाहरण ग्राम पंचायत शाहपुर नंगली में देखने को मिला, जहां महिलाओं और युवाओं ने मिलकर एक ऐसी पहल की है जिसने पूरे जिले को जागरूक कर दिया है।
सरपंच फरजाना के नेतृत्व में गठित नशा मुक्त कमेटी ने न केवल गांव में बिक रहे नशीले पदार्थों को बरामद किया बल्कि सक्रिय नशा तस्करों की विस्तृत सूची तैयार कर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार को सौंप दी। ग्रामीणों ने अपने लिखित आवेदन में बताया कि गांव में लंबे समय से चिट्टा, स्मैक, गांजा और अवैध शराब की खुलेआम बिक्री हो रही थी।
कमेटी के सदस्यों ने तस्करों को कई बार समझाने की कोशिश की, चेतावनी भी दी, लेकिन हालात नहीं बदले। इसके बाद ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से अभियान चलाया और छापेमारी कर नशीली सामग्री बरामद की। यह पदार्थ वे स्वयं पुलिस तक लेकर पहुंचे और तस्करों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इससे पहले 5 सितंबर 2025 को भी इस संबंध में शिकायत दी गई थी, लेकिन कार्रवाई न होने पर उनका हौसला कम नहीं हुआ बल्कि और मजबूती से वे नशे के खिलाफ खड़े हो गए। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने इस पहल को अद्भुत और प्रेरणादायक करार देते हुए जिला एंटी नारकोटिक्स सेल, सीआईए नूंह और स्थानीय थाना प्रभारी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सूचीबद्ध आरोपियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए, छापेमारी हो और एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही गांव में विशेष निगरानी और गश्त बढ़ाने के आदेश भी दिए गए हैं। कमेटी अध्यक्ष मकसूद खान, उपाध्यक्ष अरशद और अन्य सदस्यों का कहना है कि यह लड़ाई उनकी आने वाली पीढ़ियों को नशे से बचाने की है।
ग्रामीणों ने गांव में एक स्थायी बीट अधिकारी की नियुक्ति की मांग भी की है। शाहपुर नंगली की यह पहल पूरे नूंह जिले में मिसाल बनती जा रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही गांव पूर्ण रूप से नशा मुक्त घोषित होगा।
