स्थानीय शहर की सीवर व्यवस्था को अधिक सुरक्षित, प्रभावी और आधुनिक बनाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने अत्याधुनिक ग्रैब मशीन का संचालन प्रारंभ किया है। यह मशीन सीवर और मैनहोल की सफाई को पूरी तरह मैकेनिकल और ऑटोमैटिक तरीके से करती है, जिससे अब सफाईकर्मियों को मैनहोल में उतरने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
कार्यकारी अभियंता जितेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि मशीन में लगा हाइड्रोलिक ग्रैबर (मैनहोल क्लीनिंग सिस्टम) मैनहोल के अंदर जाकर गाद, कीचड़, प्लास्टिक और ठोस अपशिष्ट को पकड़कर बाहर निकालता है। हाइड्रोलिक बूम और क्रेन सिस्टम की सहायता से यह कचरे को सीधे वाहन के टैंक या कंटेनर में डाल देती है। पूरी प्रक्रिया रिमोट या कंट्रोल पैनल से संचालित होती है, जिससे सफाईकर्मियों को किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य या सुरक्षा जोखिम का सामना नहीं करना पड़ता। नारनौल शहर के लिए आगामी 10 दिनों के लिए दो ग्रैब मशीनें महेंद्रगढ़ से मंगाई गई हैं, ताकि शहर के विभिन्न मैनहोल की सफाई शीघ्रता से की जा सके। जूनियर इंजीनियर अमित गोयल के नेतृत्व में शहर की सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने का कार्य जारी है। मंगलवार को रेवाड़ी रोड पर इस मशीन को पहली बार सफाई के लिए लगाया गया।

