रोहतक में कई छात्र नेताओं को किया नजरबंद
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) आगमन से पहले कई छात्र नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया या नजरबंद कर लिया। छात्र संगठनों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई कुलपति राजबीर सिंह के कुकृत्यों को छुपाने और विरोध की आवाज़ को दबाने के लिए की गई। एमडीयू से जुड़े छात्र नेता डॉ. प्रदीप देशवाल ने बताया कि उन्हें सुबह से ही सेक्टर-14 स्थित उनके घर पर हाउस अरेस्ट किया गया। देशवाल ने कहा कि वे विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं और भर्तियों में धांधली से जुड़े सुबूत गृहमंत्री को सौंपना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। आम आदमी पार्टी छात्र संगठन हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष दीपक धनखड़ को भी पुलिस ने उनके घर से दिनभर हिरासत में रखा। धनखड़ का कहना है कि वे सिर्फ शांतिपूर्ण ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन सरकार लोकतांत्रिक विरोध से डर रही है। इंडियन नेशनल स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (इनसो) के प्रदेशाध्यक्ष दीपक मलिक को भी आज सुबह हिरासत में रखा गया। मलिक ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने एमडीयू को छावनी में बदल दिया और छात्रों को जबरन कार्यक्रम में बिठाया गया। भगत सिंह छात्र मोर्चा के प्रदीप मोटा को गिरफ्तार किया गया जबकि डॉ. अंबेडकर विद्यार्थी मिशनरी छात्र संघ(एएमवीए) के अध्यक्ष विक्रम सिंह डुमोलिया को हॉस्टल में ही नजरबंद किया गया। छात्र संगठनों ने संयुक्त रूप से कहा कि यह कार्रवाई लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है और वे किसी भी कीमत पर एमडीयू को राजनीतिक अड्डा नहीं बनने देंगे।