बाबा मस्तनाथ विवि में करिअर पर सेमिनार
रोहतक, 25 अप्रैल (हप्र)
भारतीय सेना में अधिकारी और अन्य प्रविष्टियों के रूप में शामिल होना विषय पर बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, अस्थल बोहर में एक दिवसीय प्रेरणात्मक सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के युवक रेडक्रॉस (वाईआरसी) और सेना भर्ती कार्यालय, रोहतक के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. (डॉ.) एचएल वर्मा ने भारतीय सेना को देशभक्ति, अनुशासन और सेवा का पर्याय बताते हुए युवाओं को प्रेरित किया कि सेना में शामिल होकर वे न केवल अपने भविष्य को सुनहरा बना सकते हैं, बल्कि राष्ट्र की रक्षा में भी गौरवपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में जाना केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि यह जीवन का ऐसा मिशन है जो व्यक्ति को उद्देश्य, अनुशासन और सम्मान प्रदान करता है। रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव श्याम सुंदर ने युवाओं से सामाजिक सेवा और तनावमुक्त जीवन अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि सेवा, विशेषकर रक्तदान, दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की सहायता जैसे कार्य, राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। सेना भर्ती अधिकारी एएआरओ भूपेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को भारतीय सेना में भर्ती की विभिन्न प्रविष्टियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जैसे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, संयुक्त रक्षा सेवा, तकनीकी प्रवेश योजना, अग्निपथ योजना तथा अन्य तकनीकी शाखाएं। उन्होंने पात्रता मानदंड, चयन प्रक्रिया, मेडिकल व शारीरिक परीक्षण, और तैयारी हेतु संसाधनों के बारे में सटीक और व्यावहारिक जानकारी दी। भूपेन्द्र सिंह ने यह भी बताया कि एनसीसी ‘सी’ प्रमाणपत्र धारकों को सेना में अधिकारी बनने का विशेष अवसर मिलता है, जिससे वे बिना लिखित परीक्षा सीधे एसएसबी साक्षात्कार के लिए पात्र बनते हैं।