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आत्मनिर्भर भारत केवल नारा नहीं, सफलता की कुंजी : बोधराज सीकरी

हरियाणा भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बोधराज सीकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत आज केवल एक नारा नहीं, बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करने वाला राष्ट्रीय संकल्प बन चुका है। इसका आधार पाँच मजबूत स्तंभ—अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा,...

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फोटो कैप्शन: आत्मनिर्भर भारत के विषय पर विचार व्यक्त करते हुए हरियाणा भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बोधराज सीकरी।-हप्र
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हरियाणा भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बोधराज सीकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत आज केवल एक नारा नहीं, बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करने वाला राष्ट्रीय संकल्प बन चुका है। इसका आधार पाँच मजबूत स्तंभ—अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, प्रणाली, जीवंत सांख्यिकी और मांग—हैं। इसके साथ ही पाँच अभिन्न घटक—मेक इन इंडिया, मेड इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल, मेड फॉर द वर्ल्ड और स्वदेशी—इस अभियान की रीढ़ हैं, जिनका उद्देश्य भारत को उत्पादन, नवाचार, तकनीक और निर्यात के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व तक पहुँचाना है।

एक सभा को संबोधित करते हुए सीकरी ने कहा कि स्वदेशी का प्रचार केवल भाजपा की नीति नहीं, बल्कि भारत के युवाओं और उद्योगों को अधिक रोजगार देने का महत्त्वपूर्ण मार्ग है। उन्होंने याद दिलाया कि मेक इन इंडिया का शुभारंभ 24 सितंबर 2014 को हुआ था, जिसके बाद 29 दिसंबर 2014 को विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री की अगुवाई में बड़ी वर्कशॉप आयोजित की गई। इसमें देशभर के 1500 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों और विशेषज्ञों ने भाग लेकर सरकार की तेज, पारदर्शी और सुधारवादी कार्यशैली का संदेश पाया।

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जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट के सिद्धांत से बढ़ा विश्वास: बोधराज सीकरी

सीकरी ने बताया कि जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट का सिद्धांत अपनाने से उद्योग जगत में विश्वास बढ़ा और निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। भारत वैश्विक उत्पादन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है और विदेशी निवेश (एफडीआई) में निरंतर बढ़ोतरी इसका स्पष्ट प्रमाण है।

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उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को सबसे बड़ी शक्ति वर्ष 2020 में शुरू हुई उत्पादकता लिंक्ड प्रोत्साहन योजना से मिली। 19 उद्योगों के लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान देश के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। जिन क्षेत्रों में भारत पहले आयात पर निर्भर था, आज वही क्षेत्र जैसे—मोबाइल निर्माण, फार्मा, मेडिकल डिवाइस, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और फूड प्रोसेसिंग—तेजी से उभर रहे हैं। मोबाइल निर्माण में भारत अब दुनिया के प्रमुख उत्पादन केंद्रों में शामिल हो चुका है।

सीकरी ने बताया कि भारत न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है बल्कि कई क्षेत्रों में निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में जारी सकल घरेलू उत्पाद  की वृद्धि दर 8.20 प्रतिशत रही है, जो पिछले डेढ़ वर्ष में सबसे अधिक है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा जीएसटी दरों में कमी की घोषणा को भी आर्थिक सुधारों को गति देने वाला कदम बताया।

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल उत्पादन बढ़ाने का अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आत्मविश्वास को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया है। यह युवाओं को नवाचार और तकनीक के माध्यम से देश को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का अवसर देता है। सीकरी ने विश्वास जताया कि यदि देश इसी गति से आगे बढ़ता रहा तो विकसित भारत का लक्ष्य 2047 से पहले भी प्राप्त किया जा सकता है।

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