दादा लखमी चंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विश्वविद्यालय (डीएलसी सुपवा) और सिने फाउंडेशन हरियाणा द्वारा आयोजित पांच दिवसीय फिल्म कार्यशाला का समापन शनिवार को प्रतिभागियों द्वारा बनाई गई छह लघु फिल्मों के प्रदर्शन व सम्मान समारोह के साथ हुआ। समापन कार्यक्रम में कुलपति डॉ. अमित आर्य, रजिस्ट्रार डॉ. गुंजन मलिक, विश्व संवाद केंद्र के राजेश व फिल्म एवं टीवी विभाग के संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यशाला में 30 प्रतिभागियों ने पटकथा लेखन, अभिनय, छायांकन, संपादन व ध्वनि डिज़ाइन की प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी टीमों के साथ लघु फिल्में बनाई। टीम देवानंद की फिल्म पागल ने पर्यावरण संरक्षण पर संवेदनशील प्रस्तुति देकर खूब सराहना बटोरी। कुलपति डॉ. आर्य ने सभी प्रतिभागियों व आयोजकों को सम्मानित करते हुए कहा कि यह कार्यशाला युवाओं की रचनात्मकता और टीम वर्क का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय जल्द ही दृश्य कला, डिजाइन और वास्तुकला विषयों पर भी इसी तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करेगा।
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रोहतक में डीएलसी सुपवा में कार्यशाला के समापन अवसर पर पर विद्यार्थियों को सम्मानित करते कुलपति डॉ अमित आर्य। -हप्र
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