मांगों को लेकर सफाई कर्मियों ने किया प्रदर्शन
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा संबधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कमेटी के आह्वान पर बुधवार को इकाई प्रधान बसन्त कुमार की अध्यक्षता में नगर निगम गुरुग्राम के पुराने कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया। स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के आवास पर जाकर ज्ञापन विधायक की गैरमौजूदगी में विधायक प्रतिनिधि ब्रह्म यादव को दिया।विरोध प्रदर्शन का संचालन सचिन धर्मेंद्र जिंगाला ने किया। प्रदर्शन में कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के मुख्य संगठनकर्ता सुरेश नोहरा, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रामनिवास ठाकरान ने कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा सरकार जल्द से जल्द कर्मचारियों को जायज मांगों का समाधान करें। संघ की राज्य सह-सचिव सुशीला देवी, वरिष्ठ नेता राजेश कुमार, वरिष्ठ उप प्रधान सम्मी बोहत, उपप्रधान ज्ञानचंद, पूर्व प्रधान महेश कुमार, ग्रामीण चौकीदारों के नेता सोमदत्त ने कहा कि हरियाणा सरकार सफाई अभियान के नाम पर सफाई व दफ्तर के कर्मचारियों का भारी शोषण कर रही हैं। इनसे 15-15 घंटे लगातार काम लिया जा रहा है। उसके बदले ना तो विश्राम दिया जा रहा और न ही ओवर टाइम दिया जा रहा। शहर की सफाई व्यवस्था के लिए हाथ व रिक्शा रेहड़ी, सफाई के पूरे उपकरण भी नहीं दिए जा रहे। बरसात में लगातार कार्य करने के कारण बड़ी संख्या में कर्मचारी बीमार हो चुके हैं। जिसमें ज्यादातर कच्चे कर्मचारी हैं, जो मजबूरी मे कम वेतन पर कार्य कर रहे हैं। दरोगाओ व कर्मचारियों को हाजिरी बीट ना होने के कारण सडक़ों पर बैठकर हाजिरी लगानी पड़ती हैं। महिला-पुरुष कर्मचारियोंं को शौचालय ना होने के कारण खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। बावजूद इसके राज्य सरकार व उसका प्रशासन मांगों की अनदेखी करके सफाई कर्मचारियों का उत्पीडऩ कर रहे हैं।संघ नेताओं ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार लगातार नगर पालिकाओं, नगर परिषदों, नगर निगमों व फायर के कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। संघ के साथ 29 अक्टूबर 2022, पांच अप्रैल 2023, सात अगस्त 2024 को मानी गई मांगों के परिपत्र आज तक जारी नहीं किये हैं। जिसके कारण बार-बार धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि समझौते में मानी गई मांगों में सफाई व सीवरमैन को नियमित भर्ती प्रक्रिया के तहत पक्का करना, पोर्टल पर लगने वाली हाजिरी पर रोक लगाना है। जींद में महर्षि वाल्मिकी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार शहरी व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को 26000, 27000 रुये वेतन का पत्र जारी करना आदि मांगों के लिए आंदोलन जारी रहेगा।